गौर (गोंडा) – बभनान चीनी मिल में पेराई सत्र 2024-25 का शुभारंभ 21 नवंबर से किया जाएगा, जबकि गन्ना क्रय केंद्रों पर गन्ने की तौल प्रक्रिया मंगलवार, 19 नवंबर से शुरू हो रही है। गन्ना विभाग और चीनी मिल प्रशासन ने इस सत्र की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। गन्ना किसानों को पर्ची का एसएमएस उनके मोबाइल पर भेजा जा रहा है ताकि वे समय पर तौल केंद्रों पर गन्ना पहुंचा सकें।
79 गन्ना क्रय केंद्र स्थापित
बभनान चीनी मिल के महाप्रबंधक (गन्ना) दिनेश राय ने जानकारी दी कि गोंडा और बस्ती जिलों को मिलाकर कुल 79 गन्ना क्रय केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर किसान अपने गन्ने की तौल करा सकेंगे। चीनी मिल गेट पर गन्ने की तौल प्रक्रिया 21 नवंबर से शुरू होगी।
महाप्रबंधक ने बताया कि एसएमएस मिलने के बाद किसान अपने गन्ने की कटाई और तौल की तैयारी करेंगे। पहले दिन करीब 40-45 केंद्रों पर तौल शुरू होने की संभावना है, जबकि शेष केंद्रों पर एक-दो दिनों में व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली जाएंगी। उन्होंने यह भी बताया कि शुरुआत में लेबर और गन्ना ढोने वाले वाहनों की व्यवस्था में कुछ कठिनाइयां हो सकती हैं, लेकिन इन्हें शीघ्र सुलझा लिया जाएगा।
सहकारी समिति का योगदान
सहकारी गन्ना विकास समिति गौर के सचिव अरुण कुमार सिंह ने बताया कि गन्ना तौल की प्रक्रिया को सुचारु बनाने के लिए 19 नवंबर को 36 किसानों को पर्ची का एसएमएस भेजा गया है। 20 नवंबर के लिए 144 एसएमएस और 21 नवंबर के लिए 336 एसएमएस गन्ना पर्ची के लिए किसानों को भेजे गए हैं।
किसानों की उम्मीदें
चीनी मिल और सहकारी समिति की ओर से की गई तैयारियों से किसानों को उम्मीद है कि इस बार गन्ना तौल और भुगतान प्रक्रिया पहले से अधिक व्यवस्थित होगी। गन्ना पर्ची की डिजिटल व्यवस्था ने किसानों के समय और मेहनत दोनों को बचाने में मदद की है।
निष्कर्ष
बभनान चीनी मिल में पेराई सत्र का आरंभ किसानों और मिल प्रशासन के लिए एक नई शुरुआत लेकर आ रहा है। इस सत्र में सभी प्रक्रियाएं समय पर और व्यवस्थित तरीके से चलें, इसके लिए गन्ना विभाग और चीनी मिल प्रशासन पूरी तरह से तैयार हैं।