बस्ती। इस बार संचारी रोग नियंत्रण अभियान की स्थिति चिंताजनक है। मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव और संक्रमण के चलते बीमारियों का फैलना जारी है। हाल ही में ओपेक चिकित्सालय कैली में दो मरीज इंसेफेलाइटिस से पीड़ित पाए गए हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। इन मरीजों का विवरण जुटाने का कार्य शुरू किया गया है।
कागजों पर संचारी रोग नियंत्रण अभियान

स्वास्थ्य विभाग का संचारी रोग नियंत्रण अभियान केवल कागजों में चल रहा है। धरातल पर इसके परिणाम उलटे दिखाई दे रहे हैं। सितंबर से अक्टूबर तक डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती रही है, जिसमें 35 से अधिक डेंगू के मरीज विभागीय अभिलेख में दर्ज हुए हैं।
निजी अस्पतालों में भी बढ़ी मरीजों की संख्या
इसके अलावा, निजी अस्पतालों में भी डेंगू के मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है। स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू मरीजों की जानकारी मिलने पर संबंधित गांवों में बचाव कार्य करने की योजना बनाई है, लेकिन प्रभावित गांवों में अब तक कोई ठोस बचाव कार्य नहीं किया गया है।
इंसेफेलाइटिस की नई चिंता
मौसम के बदलते ही इंसेफेलाइटिस के दो रोगी मिलने से स्थिति और गंभीर हो गई है। ओपेक चिकित्सालय कैली में दो दिन से इंसेफेलाइटिस प्रभावित मरीजों का इलाज किया जा रहा है। अगस्त महीने में जिला अस्पताल और ओपेक चिकित्सालय में संक्रामक रोगियों की भरमार थी, जिसमें अधिकांश बच्चे थे।
बच्चों में संक्रमण का खतरा
बुखार से पीड़ित बच्चों का पीआईसीयू में भर्ती होने का सिलसिला महीने भर चला। इन बच्चों को शुरू में हाईग्रेड फीवर की श्रेणी में शामिल किया गया, लेकिन खून की जांच में अधिकतर बच्चों में जेई/एईएस की पुष्टि हुई। केवल जिला अस्पताल में छह एईएस और दो जेई ग्रसित बच्चे पाए गए थे।
स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों की पोल खुली
सितंबर में डेंगू ने कहर ढाया, और जब डेंगू का संकट अभी खत्म नहीं हुआ था, तब इंसेफेलाइटिस के पांच नए मामले सामने आए हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों की पोल खुल गई है, और बस्ती में बढ़ते संक्रमण के बीच लोगों में चिंता की लहर दौड़ गई है।
निष्कर्ष
संचारी रोग नियंत्रण अभियान की कमजोरियों और बढ़ते संक्रमण के कारण स्वास्थ्य विभाग को गंभीरता से कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि बस्ती में स्वास्थ्य संकट को नियंत्रित किया जा सके और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।Basti News: दुष्कर्म के आरोपी का शव पेड़ से लटका मिला, आत्महत्या का शक