गर्मी की मार: खान-पान का रखें विशेष ख्याल
इन दिनों गर्मी की तपिश में लोग पीड़ित हो रहे हैं। डायरिया के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। डॉक्टरों का कहना है कि गर्मी के कारण खाना जल्द खराब होता है और चार घंटे पहले का बना खाना खराब जाता है। लेकिन लोग होटल या सड़क पर लगी दुकानों से कुछ न कुछ खाते रहते हैं, जहाँ सुबह का खाना शाम तक गर्म कर बिकता है, जो डायरिया की वजह बन रहा है।
जिला अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में हर दिन 60 से 70 मरीज डायरिया, पेट दर्द, सीने में जलन आदि की समस्या लेकर पहुंच रहे हैं। ओपीडी में भी ऐसे ही मरीजों की भीड़ है। जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. अंकित चतुर्वेदी का कहना है कि आजकल ओपीडी में आधे मरीज पेट से संबंधित बीमारियों की वजह से आ रहे हैं। इतनी गर्मी में तेल, मसालेदार और गरिष्ठ भोजन देर से पचता है। इसके अलावा सामान्य खाना भी अगर चार घंटे बाद खाया जाए तो वह खराब हो चुका होता है।
फिजिशियन डॉ. रामजी सोनी का कहना है कि बहुत से लोग सुबह आटा गूंथकर फ्रिज में रख देते हैं और फिर उसे दोपहर या शाम को पकाते हैं। ऐसा करना भी हानिकारक है। ऐसे ही लोग सब्जी, दाल, मिठाई आदि भी फ्रिज में रखकर बाद में खाते हैं। ऐसा करना सेहत के लिए हानिकारक है। खाना हमेशा ताजा बना हुआ ही खाना चाहिए।