CM योगी:- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुसार, प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में डिजिटल लर्निंग को प्रोत्साहित करने के लिए 2.36 लाख शिक्षकों को टैबलेट प्रदान किए जाएंगे। यह उपाय शिक्षकों को नवीनतम शिक्षा तकनीकों का उपयोग करके पाठयक्रमों को और रूपांतरित और रोचक बनाने का मकसद रखता है।
सितंबर तक पूर्ण होने की योजना बनाने के बाद, शिक्षकों को उन टैबलेटों की ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे उन्हें इस्तेमाल करने की तकनीकी जानकारी होगी। टैबलेटों में शासकीय कार्यक्रमों और योजनाओं के बारे में जागरूकता सामग्री प्रीलोडेड होगी, जो शिक्षकों को सरकारी योजनाओं की जानकारी सरल तरीके से प्राप्त करने में मदद करेगी।
इससे शिक्षकों को नए शिक्षा माध्यमों और प्रौद्योगिकियों के साथ अधिक विकसित करने में मदद मिलेगी, जो उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में आधुनिक विकास के साथ आगे बढ़ने की क्षमता प्रदान करेगी। यह पहल शिक्षा के क्षेत्र में अधिक टेक्नोलॉजी और इनोवेशन का प्रयोग करने के लिए सरकार के प्रयासों का एक अच्छा उदाहरण है, जो शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने में मदद करेगा। यह पहल शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन को बढ़ावा देने का एक बड़ा कदम है, जिससे विद्यार्थियों को अधिक सक्षम बनाने में सहायता मिलेगी।
CM योगी: व्यवस्थित विद्यालय भवनों में हो पढ़ाई
मुख्यमंत्री के द्वारा दिए गए नए एट ग्रेड लर्निंग के आधार पर विद्यालयों में कक्षा-कक्षों का संचालन कराने और ऑपरेशन कायाकल्प के दूसरे चरण की तैयारी करने का नया प्रस्तावना एक अद्भुत उदाहरण है। इस प्रस्तावित योजना के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता को बढ़ाने और विद्यार्थियों के अधिक सक्षम बनाने का प्रयास हुआ है।
अभ्युदय कंपोजिट विद्यालयों को प्रारंभिक तौर पर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लिया जाना, जिससे उन्हें इस नई एट ग्रेड लर्निंग के सिस्टम को अपनाने और संचालित करने का मौका मिलेगा। इस योजना के जरिए विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा और विद्यार्थियों को अधिक अवसर मिलेंगे अपने पोटेंशियल को पूरा करने के लिए।
एट ग्रेड लर्निंग विधि के अंतर्गत, जर्जर भवन वाले परिषदीय विद्यालयों के संचालन को रद्द करने और संचालित करने की योजना भी एक उत्कृष्ट कदम है। इससे विद्यालयों के भवनों की व्यवस्था और अधिक सुविधा प्रदान करने में सुधार होगा, जिससे विद्यार्थियों को अधिक आकर्षक और शिक्षाप्रद परिवेश मिलेगा।
इस प्रस्तावित योजना के माध्यम से, राज्य के शिक्षा के क्षेत्र में आवश्यक सुधार होने की उम्मीद है, जिससे विद्यार्थियों को उच्चतर शिक्षा के लिए अधिक तैयार किया जा सकेगा। यह पहल राज्य के शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है और विद्यार्थियों के भविष्य के लिए एक नया और सकारात्मक परिवर्तन ला सकती है।