बस्ती, हिन्दुस्तान टीम। लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी की तरफ से मुफ्त राशन और स्टार प्रचारकों के भाषण का असर नहीं हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित केंद्रीय और राज्य सरकार के कई मंत्रियों की टीम को बस्ती में उतारा गया था। इसके बावजूद बीजेपी प्रत्याशी हरीश द्विवेदी लगभग एक लाख वोटों से हार गए। पिछली बार बीजेपी प्रत्याशी को 4 लाख 71 हजार 162 वोट मिले थे, जबकि इस बार उन्हें केवल 4 लाख 26 हजार 11 वोट ही मिल सके। इस चुनाव के नतीजे ने यह साफ कर दिया कि चाहे कितने भी बड़े स्टार प्रचारक आ जाएं, जनता का मन बदलना इतना आसान नहीं होता। राम मंदिर, मुफ्त राशन या मोदी लहर, इस बार बस्ती में कोई असर नहीं दिखा सके।
61-बस्ती लोकसभा चुनाव में बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव मौर्य, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, अनुप्रिया पटेल, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, प्रदेश के कारागार मंत्री दारा चौहान, ओपी राजभर, संजय निषाद, दयाशंकर सिंह, राज्यमंत्री विजयलक्ष्मी गौतम, राष्ट्रीय महामंत्री युवा मोर्चा वैभव सिंह की जनसभा और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष की मीटिंग, युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या का रोड-शो भी बस्ती की जनता को प्रभावित नहीं कर सका।
बीजेपी को अपनी जीत का इतना आत्मविश्वास था कि शहर के मिठाई व्यापारी ने लड्डू बनाने के लिए एडवांस में रुपये नहीं मांगे। जबकि इंडिया ब्लॉक से जुड़े एक नेता ने बताया कि जब हमने चार जून के लिए लड्डू तैयार करने को कहा तो लड्डू व्यापारी ने एडवांस रुपये की मांग की। उसे यकीन नहीं था कि बस्ती सीट से इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार की जीत होगी।
पाला बदलने वालों का भविष्य
मतगणना के बाद अब यह चर्चा हो रही है कि पाला बदलकर बीजेपी में शामिल हुए नेताओं का भविष्य क्या होगा। चुनाव से पहले गैर बीजेपी दलों से आए पूर्व मंत्री, पूर्व एमएलसी, पूर्व विधायक समेत कई नेता बीजेपी में शामिल हो गए थे। इन्हें पार्टी में महत्व भी मिल रहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में इन्हें मंच पर स्थान दिया गया और सभा को संबोधित करने का भी मौका मिला। चुनाव के बाद इन्हें पार्टी में क्या जिम्मेदारी मिलेगी, इसे लेकर अब अटकलें शुरू हो गई हैं।