राजेसुल्तानपुर (अंबेडकरनगर): सरयू नदी के जलस्तर में मामूली कमी के बावजूद बाढ़ का असर अभी भी महसूस किया जा रहा है। बुधवार को प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूल माझा कम्हरिया में आयोजित परीक्षा को बाढ़ की वजह से निरस्त कर दिया गया। इसके अलावा, उच्च प्राथमिक स्कूल अराजी देवारा के छात्रों को प्राथमिक स्कूल अराजी देवारा में शिफ्ट किया गया है।
स्कूलों में परीक्षा की मुश्किलें
बाढ़ के पानी से घिरे माझा कम्हरिया स्कूलों में बुधवार से शुरू हुई परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। उच्च प्राथमिक स्कूल के प्रधानाध्यापक बृजकिशोर सिंह ने बताया कि बाढ़ का पानी हटने के बाद ही परीक्षा कराई जाएगी। इसी तरह, अराजी देवारा के 79 छात्रों को प्राथमिक स्कूल अराजी देवारा में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां 49 छात्रों ने परीक्षा दी।
फसल बर्बाद होने का खतरा
बाढ़ की वजह से खेतों में पानी भर जाने से लगभग 350 बीघा खेत जलमग्न हो गए हैं। इसमें लगभग 150 बीघा धान की फसल शामिल है। किसानों का कहना है कि यदि पानी ऐसे ही खेतों में बना रहा, तो धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी, जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा।
नाव संचालन का विस्तार
ग्रामीणों की सुचारु आवागमन के लिए प्रशासन ने करिया लोनिया के पूरे मजरे में नाव का संचालन शुरू कर दिया है। पहले से ही सिद्धनाथ, हंसू का पूरा, प्रसाद कुर्मी का पूरा और पटपरवा में नावें चलाई जा रही थीं। हालांकि, सामाजिक कार्यकर्ता मित्रसेन ने अन्य मजरों में भी नाव के संचालन की मांग की है।
राहत सामग्री का वितरण
बाढ़ प्रभावितों को राहत प्रदान करने के लिए बुधवार को 400 लंच पैकेट का वितरण किया गया। एसडीएम आलापुर सुभाष सिंह के नेतृत्व में माझा कम्हरिया में 300 और अराजी देवारा में 100 परिवारों को पका हुआ भोजन वितरित किया गया। इसके अलावा, माझा कम्हरिया के 92 पशुपालकों को 30 क्विंटल भूसे का वितरण भी किया गया।
स्वास्थ्य शिविर में इलाज
दर्शननगर और कम्हरिया में स्थापित स्वास्थ्य शिविर में ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है और आवश्यक दवाएं प्रदान की जा रही हैं। स्वास्थ्य कर्मचारी गांव-गांव जाकर लोगों को संचारी रोगों के प्रति जागरूक कर रहे हैं। एसडीएम आलापुर ने बताया कि जलस्तर में कमी हो रही है और बाढ़ प्रभावितों को किसी भी मुश्किल से बचाने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
फोटो कैप्शन:
फोटो 17 से 20: बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की तस्वीरें, स्कूलों की स्थिति, खेतों में पानी और राहत सामग्री वितरण की तस्वीरें।