हड़ताल की आग में जलता मेडिकल कॉलेज, स्वास्थ्य सेवाएं ठप क्यों?

उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले में स्टाॅफ नर्स के साथ लूट, दरिंदगी व हत्या के विरोध में शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज में स्टॉफ नर्स व डाॅक्टर धरने पर बैठ गए। इससे ओपीडी सेवाएं ठप हो गईं। मुख्य गेट पर मरीजों व तीमारदारों की भीड़ जमा हो गई। ओपीडी सेवा ठप होने से दूर-दराज से आए मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी।

स्टॉफ नर्स व डाॅक्टर पंजीकरण कक्ष के सामने हाथ में पोस्टर लेकर नारेबाजी करने लगे। एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड जांच भी बंद कर दी गई। पैथाेलॉजी विभाग में सिर्फ भर्ती मरीजों की जांच के लिए नमूना लिया गया। धरने पर बैठीं स्टॉफ नर्सों ने उत्तराखंड में नर्स व कोलकत्ता में ट्रेनी डॉक्टर को न्याय दिलाने की मांग करते हुए आरोपियों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की।

मरीजों का दर्द

पाॅली से साइकिल से आए राजेश ने बताया कि हाथ सूजन की शिकायत को लेकर आए थे। हड़ताल होने से इलाज नहीं हो सका। आमा टिनिच से आईं अंजनी ने बताया कि उनकी दृष्टिबाधित मां सुनीता की अंगुली में सड़न हो गई है। उसी का इलाज के लिए आई थी। हड़ताल होने से लौटना पड़ा।

इमरजेंसी वार्ड फुल

ओपीडी सेवाएं तीन दिन से पटरी से उतरने की वजह से इमरजेंसी वार्ड में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। इससे 35 बेड का वार्ड फुल हो गया। रजिस्ट्रेशन काउंटर पर पर्चा काटने के लिए मरीजों व तीमारदारों की संख्या अधिक रही। रजिस्ट्रेशन ऑपरेटर ने बताया कि डॉक्टर के पर्ची पर गंभीर मरीजों का पर्चा कट रहा है। वार्ड में ड्यूटी कर रहे चिकित्सक ने बताया कि हड़ताल के कारण तीसरे दिन भी गंभीर मरीजों को भर्ती कराया जा रहा है। ओपीडी सेवाएं ठप होने से मरीजों का बोझ बढ़ गया है। ओपीडी के पुराने पर्चे पर मरीजों को परामर्श दिया गया है। बोझ बढ़ने से मरीजों को वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है।

इसलिए बढ़ा गुस्सा

धरने पर बैठीं स्टाफ नर्स अंजली शुक्ला, कैलाश चंद्र, मोहन थापा, शुभम त्रिपाठी, पूर्णिमा, अंजली, जेबा आदि ने बताया कि आए दिन महिलाओं के साथ बढ़ रही घटनाओं को लेकर सरकार से महिलाओं की सुरक्षा की सुनिश्चित हो। अस्पताल परिसर में स्टॉफ नर्सों के लिए सेफ्टी रूम की सुविधा नहीं है। नर्स के आवास में सीसीटीवी कैमरे की

Basti News: बिजली की आंखमिचौली: रातभर जागते रहे बस्ती के लोग

Related Articles

- Advertisement -

Latest Articles