उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में सड़कों के सुदृढ़ीकरण, चौड़ीकरण और नवनिर्माण के लिए कुल 1023 करोड़ रुपये की लागत से 766 परियोजनाओं का अनुमोदन किया गया है। यह पहल क्षेत्र की सड़कों को बेहतर बनाने और यातायात सुविधाओं को सुचारू बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह बैठक सोमवार को प्रभारी मंत्री दयाशंकर सिंह की अध्यक्षता में जनप्रतिनिधियों के साथ हुई, जिसमें इस संबंध में प्रस्तावों को स्वीकृति मिली।
2. बैठक का प्रमुख उद्देश्य

बैठक का प्रमुख उद्देश्य जिले की सड़कों के सुधार और निर्माण के लिए परियोजनाओं को अनुमोदित करना था। यह बैठक जनप्रतिनिधियों द्वारा दिए गए विभिन्न प्रस्तावों पर आधारित थी, जिनका मुख्य उद्देश्य क्षेत्र के बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाना और लोगों को बेहतर आवागमन सुविधा प्रदान करना था।
3. बैठक में शामिल प्रमुख सदस्य
बैठक में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, देवरिया सदर से सांसद शशांक मणि त्रिपाठी, रुद्रपुर के विधायक जयप्रकाश निषाद और भाटपाररानी के विधायक सभाकुंवर कुशवाहा उपस्थित रहे। सभी जनप्रतिनिधियों ने सड़कों और पुलों के निर्माण के महत्व पर चर्चा की और कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव प्रस्तुत किए।
4. अनुमोदित परियोजनाओं का विवरण
बैठक में जिन 766 परियोजनाओं का अनुमोदन हुआ, वे कुल 1003 किलोमीटर सड़कों के निर्माण, सुधार और चौड़ीकरण से संबंधित हैं। इनमें से 481 परियोजनाएं राज्य सड़क निधि से हैं, जबकि 183 परियोजनाएं मार्गों के अनुरक्षण से जुड़ी हैं। इसके अतिरिक्त, सेतु और पुल निर्माण के लिए 28 परियोजनाएं और नाबार्ड योजनांतर्गत 45 ग्रामीण मार्गों के नवनिर्माण की परियोजनाओं को भी मंजूरी दी गई है।
5. सड़कों के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण की आवश्यकता
सड़कों के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण का उद्देश्य आने वाले समय में यातायात के बढ़ते दबाव को संभालना है। क्षेत्रीय विकास को ध्यान में रखते हुए, यह आवश्यक है कि सड़कों को बेहतर बनाया जाए ताकि लोगों को सुगम और सुरक्षित यात्रा का अनुभव हो सके।
6. देवरिया-कसया मार्ग का फोरलेन निर्माण
बैठक में एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव देवरिया-कसया मार्ग को फोरलेन बनाने का रखा गया, जिसका अनुमोदन किया गया। इस मार्ग का चौड़ीकरण क्षेत्र में आवागमन की सुविधा को और भी बेहतर बनाएगा और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा।
7. इंटर स्टेट कनेक्टिविटी पर जोर
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने इंटर स्टेट कनेक्टिविटी को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया। देवरिया जिले को अन्य राज्यों से जोड़ने वाली सड़कों का चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण इस योजना का प्रमुख हिस्सा है, जिससे क्षेत्र का विकास तेजी से हो सकेगा।
8. यमुना नहर से बरारी-बांसपार बुजुर्ग-हाटा मार्ग
बैठक में यमुना नहर से बरारी-बांसपार बुजुर्ग-हाटा मार्ग के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण का प्रस्ताव भी रखा गया। इस मार्ग के सुधार से ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन की सुविधा में सुधार होगा और कृषि उत्पादों के परिवहन में भी तेजी आएगी।
9. अहिल्यापुर में रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण
बैठक में अहिल्यापुर में रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण का प्रस्ताव भी अनुमोदित किया गया। इस पुल के निर्माण से रेलवे क्रॉसिंग पर होने वाले ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान होगा और यातायात सुचारू रूप से चलेगा।
10. मोहन सेतु और भागलपुर पुल की मरम्मत
प्रभारी मंत्री दयाशंकर सिंह ने मोहन सेतु के शीघ्र निर्माण और भागलपुर पुल की मरम्मत कार्य को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया। इन पुलों के पूरा होने से लोगों को यातायात के दौरान होने वाली परेशानियों से राहत मिलेगी।
11. सांसद शशांक मणि त्रिपाठी का तकनीकी दृष्टिकोण
देवरिया सदर से सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने सड़कों और पुलों के निर्माण में भारत की अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के उपयोग की संभावना पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि सटीक और उन्नत तकनीक का उपयोग करके सड़कों के निर्माण को और भी बेहतर बनाया जा सकता है।
12. रुद्रपुर-करहकोल-कौड़ीराम मार्ग का फोरलेन निर्माण
रुद्रपुर के विधायक जयप्रकाश निषाद ने रुद्रपुर-करहकोल-कौड़ीराम मार्ग को फोरलेन बनाने का प्रस्ताव दिया। इस मार्ग के चौड़ीकरण से रुद्रपुर और आसपास के क्षेत्रों का विकास होगा और व्यापारिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी।
13. बैतालपुर ब्लॉक से रुद्रपुर तहसील तक मार्ग का चौड़ीकरण
बैठक में बैतालपुर ब्लॉक से रुद्रपुर तहसील तक के मार्ग का चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण का प्रस्ताव भी दिया गया, जिसे स्वीकृति मिल गई। यह मार्ग क्षेत्रीय विकास के लिए महत्वपूर्ण है और इसे बेहतर बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
14. भाटपाररानी में रेलवे ओवरब्रिज का प्रस्ताव
विधायक सभाकुंवर कुशवाहा ने भाटपाररानी स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर एक रेलवे ओवरब्रिज बनाने का प्रस्ताव रखा, जिसे भी बैठक में अनुमोदन मिल गया। इससे क्षेत्र में यातायात की समस्याओं का समाधान होगा और दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी।
15. परियोजनाओं का शासन को भेजा जाना
बैठक में अनुमोदित सभी प्रस्तावों को अंतिम स्वीकृति के लिए शासन को भेजा जाएगा। यह प्रक्रिया पूर्ण होते ही निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा, जिससे देवरिया जिले की सड़कों का रूप और भी आधुनिक और सुगम हो जाएगा।
16. निष्कर्ष
देवरिया जिले में सड़कों के सुदृढ़ीकरण, चौड़ीकरण और नवनिर्माण के लिए 1023 करोड़ रुपये की लागत से 766 परियोजनाओं का अनुमोदन, क्षेत्रीय विकास और यातायात सुविधाओं के सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह पहल लोगों को बेहतर यात्रा सुविधाएँ प्रदान करने के साथ-साथ जिले के आर्थिक और सामाजिक विकास को भी बढ़ावा देगी।Basti News: घर के पास टहलती महिला को बाइक ने मारी टक्कर, दर्दनाक मौत !