नवरात्र में उपवास योग और यज्ञ से शारीरिक शक्ति प्राप्त होती है यह बातें आर्य समाज नई बाजार बस्ती में आयोजित साप्ताहिक सत्संग के अवसर पर यज्ञ कराते हुए योगाचार्य गरुड़ ध्वज पाण्डेय ने कही। उन्होंने बताया नवरात्र का समय शक्ति सृजन का समय होता है इसमें शारीरिक और मानसिक शक्ति के लिए उपवास, यज्ञ और योग करने की प्राचीन परंपरा है। वर्ष में दो बार नवरात्र आते हैं
इसमें उपवास, योग और यज्ञ से अपने जीवन को संतुलित बनाने की प्रथा चली आई है। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने वैदिक मंत्रों के साथ ऋतुअनुकूल हवन सामग्री से आहुतियां दीं। इस अवसर पर नवल किशोर चौधरी कोषाध्यक्ष भारत स्वाभिमान ट्रस्ट यूनिट बस्ती ने चाणक्य नीति के श्लोक का अर्थ समझाया और शिक्षक नीतीश कुमार ने वेदपाठ किया तथा महिमा आर्य ने भजन प्रस्तुत कर लोगों को प्रभु भक्ति का संदेश दिया।

इस अवसर पर योगाचार्य सुभाष चन्द्र आर्य के नेतृत्व में योग शिक्षक जवाहरलाल ने राजकीय इंटर कॉलेज बस्ती में योगासन प्राणायाम और व्यायाम कराते हुए साधकों को बताया कि नवरात्र में योग करने से हमारे प्राणों का संतुलन होता है। साधक प्रमोद कुमार गुप्ता ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि नियमित योग करके उन्होंने अपने शरीर और मन दोनों को अनुकूल बना लिया है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए हमें इस दौरान उपवास करना चाहिए। राम अचल चौरसिया ने कहा कि यज्ञ, उपवास और योग का एक साथ अनुष्ठान करने से हमारे शरीर और मन दोनों की शक्ति बढ़ जाती है।
कार्यक्रम में शालिनी मिश्रा, रिमझिम गौतम, यशस्वी, परी, राजेश्वरी गौतम, अनन्या गुप्ता, दृष्टि मोदनवाल, श्याम गुप्ता, अविरल गुप्ता, कृष्णा गौतम, कार्तिकेय, आर्यन कुमार, पुनीत, दिव्यांश, महिमा आर्य, अनूप कुमार त्रिपाठी, धर्मेंद्र कुमार, श्रेयांश श्रीवास्तव, अभय गुप्ता, शताक्षी मिश्रा, अश्कृता मिश्रा, उपेंद्र शर्मा, राधा देवी सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।
गरुण ध्वज पाण्डेय