जिला प्रशासन, लोक भारती और सामाजिक संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में पूरे जिले में दिनांक 17सितम्बर को हरिशंकरी (पीपल,पकड़ और बरगद) वृक्षारोपण करने के लिए गौर, गनेशपुर, विक्रमजोत और दुबौलिया ब्लाक में बैठक कर लोक भारती के पदाधिकारियों ने ग्राम प्रधानों और अधिकारियों को उसके लाभ और महत्व बताए। इस अवसर पर खण्ड विकास अधिकारी, सचिव, रोजगार सहायक, सफाई कर्मियों को वृक्षारोपण करने और उसके तरीकों को बताते हुए

श्रीकृष्ण चौधरी अध्यक्ष श्रीकृष्णा चौधरी (राष्ट्रीय संपर्क प्रमुख, लोक भारती एवं सदस्य, किसान समृद्धि आयोग, उत्तर प्रदेश सरकार) ने बताया कि “हरिशंकरी वृक्षारोपण केवल पौधारोपण नहीं बल्कि सनातन संस्कृति की जीवनदायिनी परंपरा है। पीपल, बरगद और पाकड़ क्रमशः ब्रह्मा, विष्णु और महेश का स्वरूप हैं। यह वृक्ष न केवल पुण्य प्रदान करते हैं बल्कि मानव जीवन, पशु-पक्षियों एवं पर्यावरण के रक्षक भी हैं।”
सहसंयोजक गरुड़ध्वज पाण्डेय ने कहा कि इस अभियान को धार्मिक अनुष्ठान और जनभागीदारी से जोड़ना होगा तभी इस अभियान को सफलतापूर्वक पूरा किया जा सकता है। उन्होंने इसके औषधीय लाभ भी गिनाए।

अवधेश प्रताप सिंह बीडीओ विक्रमजोत ने इसे “क्रांतिकारी पहल” बताते हुए हर गांव तक पहुँचाने का संकल्प लिया। बीडीओ संदीप सिंह और तहसीलदार अभयराज ने कहा कि ग्राम पंचायत सचिवों और रोजगार सेवकों के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रत्येक गांव में हर घर से हरिशंकरी पौधारोपण हो।”
ब्लॉक प्रमुख के.के. सिंह ने आश्वासन दिया कि प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर हरिशंकरी पौधारोपण सुनिश्चित कराया जाएगा।
पतंजलि योग समिति और गायत्री परिवार के प्रतिनिधियों ने इसे “समाज और प्रकृति को जोड़ने वाली साधना” बताया।
इस अवसर पर डॉ. लव कुश पटेल ने मातृशक्ति से अपील करते हुए कहा कि “हर माँ और बहन यदि अपने आँगन या खेत की मेड़ पर हरिशंकरी पौधा रोपेंगी तो यह भावी पीढ़ियों को जीवनदान होगा।”
गौर ब्लॉक की बैठक की अध्यक्षता ब्लॉक प्रमुख जटाशंकर सिंह ने की। उन्होंने कहा कि “यह अभियान मानव और प्रकृति के बीच बिगड़ते संतुलन को पुनः स्थापित करेगा।”

बीडीओ राजेश कुमार सिंह ने हरिशंकरी वृक्षारोपण को “सामाजिक चेतना का प्रतीक” कहा। जिला संयोजक अजय कुमार चौधरी ने युवाओं और मातृशक्ति से भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि “यदि इसे धार्मिक अनुष्ठान का रूप दिया जाए तो यह अभियान ऐतिहासिक बन जाएगा।”

संतराम वर्मा ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए इसे जन-जागरूकता का महाअभियान बताया।
कर्नल के.सी. मिश्रा ने वृक्षारोपण को राष्ट्रधर्म बताते हुए युवाओं से आगे बढ़कर जिम्मेदारी निभाने की अपील की। वन विभाग के अभिषेक यादव ने कहा कि पौधों की उपलब्धता एवं संरक्षण हेतु विभाग निरंतर सहयोग करेगा।
ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव और रोजगार सेवक सभी ने सामूहिक रूप से अभियान को जनभागीदारी से सफल बनाने का आश्वासन दिया।
लोक भारती और अन्य सामाजिक संगठन के कार्यकर्ताओं ने इसे धरती माँ की सेवा और सनातन धर्म की रक्षा का पुनीत कार्य बताया
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