बस्ती। भारत स्वाभिमान, पतंजलि योग समिति, इंडियन योग एसोसिएशन बस्ती एवं विश्व संवाद परिषद के संयुक्त तत्वावधान में शिवहर्ष किसान पीजी कॉलेज में आयोजित विश्व योग दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि राजमाता आशिमा सिंह ने कहा कि योग विश्व को भारत की अनमोल देन है और यह हमें प्रकृति से जुड़ने का संदेश देता है। उन्होंने बताया कि कई योग आसन प्रकृति, पशु-पक्षियों और वृक्षों के नाम पर आधारित हैं, और इन्हें अपनाने से जीवन के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
डीएफओ जे पी सिंह ने व्यक्त किया आभार
डीएफओ बस्ती, जे पी सिंह ने पतंजलि योगपीठ के प्रति आभार व्यक्त करते हुए इसे योग को जनसामान्य तक पहुँचाने वाली महत्वपूर्ण संस्था बताया। कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक मंत्रों के साथ दीप प्रज्वलन और सुभाष चंद्र आर्य के मधुर भजनों से हुआ।
योग और पर्यावरण के महत्व पर जोर
रजनी मिश्रा और राधेश्याम आर्य ने रोग निवारक एवं पर्यावरण शोधन सामग्री से अग्निहोत्र का आयोजन किया। योग प्रशिक्षक गरुण ध्वज पाण्डेय, सौरभ तुलस्यान और बबली शर्मा ने योग प्रोटोकॉल का अभ्यास कराया और इसके लाभ एवं सावधानियों के बारे में जानकारी दी।
योग, यज्ञ और आयुर्वेद का महत्व
डा नवीन सिंह, राष्ट्रीय महासचिव विश्व संवाद परिषद योग एवं चिकित्सा प्रकोष्ठ ने बताया कि आमजन को योग, यज्ञ और आयुर्वेद से जोड़ना संस्था का मुख्य उद्देश्य है और इसके लिए कार्यकर्ता निरंतर कार्यरत हैं। ओम प्रकाश आर्य, जिला प्रभारी भारत स्वाभिमान समिति बस्ती ने बताया कि जिले के विभिन्न स्थलों पर योग शिक्षकों ने योग प्रोटोकॉल का अभ्यास कराया और इसमें स्थानीय प्रशासन एवं सामाजिक संस्थाओं का सहयोग मिला।
विशेष अतिथियों का सम्मान
विशिष्ट अतिथि डा रीना पाठक, प्राचार्या शिवहर्ष किसान पीजी कॉलेज ने कहा कि आदियोगी शिव, महर्षि पतंजलि, घेरण्ड, स्वात्माराम और गुरु गोरक्षनाथ ने दुनिया को योग से कैवल्य का मार्ग दिखाया है। कर्नल के सी मिश्र ने योग को जीवन का अनिवार्य अंग बताया। इस अवसर पर अतिथियों को वैदिक साहित्य देकर सम्मानित किया गया।
आयोजन में भाग लेने वाले प्रमुख व्यक्ति
कार्यक्रम में राजेश श्रीवास्तव, अनुपमा श्रीवास्तव, शोभा पाण्डेय, किरन शुक्ला, सुरेन्द्र शर्मा, कलावती शर्मा, डा शिवेंद्र मोहन पाण्डेय, नंदीश्वर दत्त ओझा, रवि चौबे, संदीप भट्ट, प्रवीण कुमार त्रिपाठी, नवीन त्रिपाठी, डा नवीन श्रीवास्तव, राहुल श्रीवास्तव, समाजसेवी अंकुर वर्मा, जवाहर यादव, प्रवीण कुमार, सौरभ तुलस्यान, शशिकला श्रीवास्तव, योग शिक्षक बी पी आनन्द, अयोध्या प्रसाद कसौधन, नवल किशोर चौधरी, चंद्र प्रकाश चौधरी, मनीष त्रिपाठी, आशुतोष कुमार, पीके श्रीवास्तव, वृहस्पति पाण्डेय, संतोष पाण्डेय, पुष्पा सिंह, रजनी मिश्रा, जागृति मिश्र, हिमांशु यादव, रत्नेश मिश्र सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन गरुण ध्वज पाण्डेय ने किया।