सपा के पूर्व जिला अध्यक्ष डीपी यादव, जो राजनीति में आने से पहले दरोगा थे, का निधन हो गया। उनके साले और वर्तमान सपा जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव ने बताया कि एक दिन पहले ही उनसे बातचीत हुई थी। डीपी यादव ने पैर में दर्द की शिकायत की थी और जयवीर सिंह ने उन्हें अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने की सलाह दी थी।
डीपी यादव मूल रूप से बिजनौर जिले के रोहनिया गांव के निवासी थे। उनके छोटे भाई मदन पाल सिंह यादव गन्ना विभाग में कार्यरत हैं और सबसे छोटे भाई वीरपाल सिंह यादव घर पर रहकर खेती करते हैं। उनके पिता मुरारी सिंह यादव भी घर पर ही रहते हैं। डीपी यादव ने अपने करियर की शुरुआत यूपी पुलिस में सिपाही के रूप में की थी और प्रमोशन पाकर दरोगा बने।
90 के दशक में डीपी यादव सपा की राजनीति में सक्रिय हो गए। उस समय भगवान शर्मा सपा के जिलाध्यक्ष थे और डीपी यादव जिला मंत्री के पद पर थे। उनका प्रोफेसर राम गोपाल यादव से नजदीकी संबंध था, जिसके चलते उन्हें कई बार मुलायम सिंह यादव ने प्रदेश सचिव नियुक्त किया था।
डीपी यादव ने बुद्धि विहार कॉलोनी में अपना मकान बनवाया और उनकी सांसद जावेद अली से काफी नजदीकियां थीं। वह दो बार सपा के जिलाध्यक्ष भी बनाए गए। एक दिन पहले ही जयवीर सिंह यादव ने डीपी यादव से फोन पर बात कर उनका हालचाल लिया था।
जिलाध्यक्ष से हटाए जाने पर नाराज थे डीपी यादव
लोकसभा चुनाव के दौरान जब डॉ. एसटी हसन का टिकट काटकर रुचिवीरा को दिया गया, तब डीपी यादव को सपा प्रदेश अध्यक्ष ने हटाकर उनके साले जयवीर सिंह को जिलाध्यक्ष नियुक्त कर दिया। इससे नाराज होकर डीपी यादव ने कहा कि उन्हें आजम खां के इशारे पर हटाया गया है और वह आजम खां को अपना नेता नहीं मानते हैं। उनके नेता प्रोफेसर राम गोपाल यादव और अखिलेश यादव हैं। उनका यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना रहा।
डीपी यादव ने 30 मई के बाद फेसबुक का इस्तेमाल नहीं किया
डीपी यादव सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते थे और पार्टी के प्रचार के लिए पोस्ट करते थे। 30 मई को उन्होंने अखिलेश यादव का एक वीडियो पोस्ट किया था। इसके बाद से उन्होंने फेसबुक का इस्तेमाल नहीं किया। लोगों का कहना है कि 30 मई के बाद से ही उनका तनाव बढ़ गया था।
शवयात्रा में मंडलभर के नेता हुए शामिल
डीपी यादव की शवयात्रा में सपा और अन्य दलों के नेता शामिल हुए। गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार मोक्षधाम पर किया गया। सांसद जावेद अली, पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन, विधायक मनोज पारस, विधायक कमाल अख्तर, नौगांवा के विधायक समरपाल सिंह, देहात विधायक नासिर अली कुरैशी, पूर्व विधायक अनीसुर्रहमान, यूसुफ अंसारी, जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव, संभल, बिजनौर और रामपुर के पार्टी पदाधिकारी, बसपा के मंडल प्रभारी रणविजय सिंह, निर्मल सागर सहित अन्य नेता उपस्थित थे।
कांग्रेस नेताओं ने जताया शोक
जिला कांग्रेस कमेटी ने डीपी यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया और उनकी शवयात्रा में शामिल होकर श्रद्धांजलि अर्पित की। कांग्रेस जिलाध्यक्ष असलम खुर्शीद, पूर्व अध्यक्ष अजय सारस्वत सोनी, विनोद गुम्बर, उपाध्यक्ष और प्रवक्ता सुधीर पाठक, असद मोलाई, शकील चौधरी, अमीरुलहसन जाफरी, अरविंद चौहान, भयंकर सिंह बौद्ध, अल्पसंख्यक चेयरमैन अफजल साबरी, संदीप बजाज, आनंद मोहन गुप्ता, गोपाल द्विवेदी, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप सिन्हा बबली सहित अधिवक्ता साथी भी मोक्षधाम पर मौजूद थे।