स्वामी दयानन्द विद्यालय सुरतीहट्टा बस्ती में आज चरित्र निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें सर्वप्रथम प्रधानाध्यापक आदित्यनारायण गिरि द्वारा वैदिक यज्ञ से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। यज्ञ के पश्चात ओम प्रकाश आर्य प्रधान आर्य समाज नई बाजार बस्ती ने बताया कि यज्ञ जीवन के स्तर को ऊपर उठाता है और इसे अपने जीवन में शामिल करने के लिए किसी उम्र की आवश्यकता नहीं होती।

बच्चों में अध्यात्म की आदतें डालना उन्हें न केवल जीवन के मूल्यों को समझने में मदद करता है, बल्कि मानसिक शांति, आत्मविश्वास, और नैतिकता को भी विकसित करता है। यज्ञ आध्यात्मिक व वैज्ञानिक लाभों पर केंद्रित होते हैं।
यज्ञ केवल एक अनुष्ठान नहीं, बल्कि परमेश्वर के प्रति समर्पण और सभी के कल्याण का एक तरीका है। इसमें बताया जाता है कि कैसे यज्ञ से ज्ञान, बल और समृद्धि आती है और यह एक वैज्ञानिक और आध्यात्मिक प्रक्रिया है
जो कर्म बंधन से मुक्त करती है। उन्होंने बताया कि विद्यार्थी को सत्य को ग्रहण करने और असत्य को छोड़ने में सर्वदा उद्यत रहना चाहिए इससे जिज्ञासा बनी रहती है। शिक्षक अनूप कुमार त्रिपाठी ने बच्चों को सदाचार और संयम के विषय में बताया।
कार्यक्रम में विद्यालय के बच्चे और शिक्षक उपस्थित रहे।
गरुण ध्वज पाण्डेय










