बस्ती। जिले की सड़कों पर ओवरस्पीड (अत्यधिक गति) और नशे की हालत में वाहन चलाना जानलेवा साबित हो रहा है। जून माह में जिले के हाईवे और अन्य प्रमुख मार्गों पर 34 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें से 19 में लोगों की मौत हो गई। सड़क सुरक्षा समिति के सर्वे में इन दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण ओवरस्पीड और नशे की हालत में वाहन चलाना बताया गया है।
सड़क पर ओवरस्पीड का खतरा और सुरक्षा मानक
जिले में सड़कों का चौड़ीकरण और हॉट मिक्स प्लांट से सड़कें तैयार की जा रही हैं, जिससे वाहनों को हाई स्पीड में चलने का अवसर मिल रहा है। हालांकि, इन सड़कें अत्यधिक रफ्तार के लिए सुरक्षित नहीं हैं। लखनऊ-गोरखपुर फोरलेन, लुंबिनी-दुद्धी टू लेन, और बस्ती-कांटे मार्ग जैसी महत्वपूर्ण सड़कों पर वाहनों की रफ्तार का अलग-अलग मानक तय किया गया है। फोरलेन पर 80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से अधिक नहीं चलने की सलाह दी जाती है, जबकि अन्य सड़कों पर 40 से 70 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से सुरक्षित यात्रा संभव है।
फोरलेन पर लग्जरी गाड़ियों की रफ्तार अक्सर 100 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक होती है, जो सड़क की स्थिति के अनुकूल नहीं है। इस रफ्तार पर गाड़ियों को नियंत्रित करना मुश्किल होता है, खासकर जब सड़क पर अचानक जानवर या लोग आ जाते हैं। टू-लेन सड़कों पर भी डिवाइडर और बैरिकेडिंग की कमी के कारण ओवरस्पीड से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है।
स्पीड चेकिंग के लिए इंटरसेप्टर की शुरूआत
ओवरस्पीड से होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए परिवहन विभाग ने जुलाई माह में शासन से मिले इंटरसेप्टर का उपयोग शुरू किया है। यह तकनीक से लैस वाहन सड़क किनारे खड़ा होकर ओवरस्पीड वाले वाहनों की पूरी स्कैनिंग करता है और उनकी गति को मापता है। इसके आधार पर विभाग चालान जारी करता है। जुलाई में एक सप्ताह के भीतर 21 वाहनों को ओवरस्पीड के कारण चालान किया गया है। इंटरसेप्टर के कैमरे में आने वाले वाहनों पर कार्रवाई सुनिश्चित है, और प्रति वाहन दो हजार रुपये जुर्माना भी है।
रम्बलिंग स्ट्रिप की कमी भी दुर्घटनाओं का कारण
हाईवे और अन्य प्रमुख सड़कों पर खतरनाक मोड़ों पर रम्बलिंग स्ट्रिप या संकेतक की कमी भी दुर्घटनाओं का एक कारण बन रही है। अवैध कट और ब्लैक स्पॉट संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए जाएंगे। सड़क सुरक्षा समिति ने 24 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए हैं, जहां सुरक्षा मानक सुधारने की योजना है।
सुरक्षित वाहन चलाने की आवश्यकता
मार्ग दुर्घटनाओं के मामलों में ओवरस्पीड एक प्रमुख कारण सामने आया है। वाहन चलाते समय स्पीड का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है। विभाग जागरूकता फैलाने के साथ-साथ सख्त कार्रवाई भी कर रहा है। सजगता के साथ वाहन चलाने पर दुर्घटनाओं में कमी आएगी, और पिछले वर्ष की तुलना में दुर्घटनाओं में भी सुधार हुआ है।