बस्ती। महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज के कैली हॉस्पिटल में बुधवार से ब्रांकोस्कोपी जांच की सुविधा शुरू हो गई है। इसका शुभारंभ मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मनोज कुमार ने मशीन का विधिवत पूजन कर किया। उन्होंने कहा कि यह कदम मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इसके साथ ही, समय-समय पर मेडिकल कॉलेज में और भी आधुनिक उपकरणों को शासन से मंगाने की योजना बनाई गई है, ताकि अस्पताल में ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध हो सकें।
इस मौके पर चेस्ट विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रवीण गौतम ने बताया कि बस्ती मेडिकल कॉलेज में ब्रांकोस्कोपी जांच की शुरुआत से अब मरीजों को लखनऊ या गोरखपुर जैसे बड़े शहरों में जांच के लिए जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने इस पहल को स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में एक मील का पत्थर बताया।
मेडिकल कॉलेज के चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ. राहुल सिंह ने ब्रांकोस्कोपी जांच की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह एक दूरबीन विधि है, जिससे फेफड़ों की गहराई से जांच की जा सकती है। इस प्रक्रिया के माध्यम से फेफड़ों में होने वाले संक्रमण, टीबी, कैंसर या गांठ जैसी समस्याओं का पता लगाया जा सकता है।
इस शुभारंभ कार्यक्रम में डॉ. अलका, डॉ. अनिल यादव, डॉ. बीएल कनौजिया, डॉ. राजेश पांडेय सहित मेडिकल कॉलेज के कई कर्मचारी और चिकित्सक उपस्थित रहे।
संपादकीय दृष्टिकोण
बस्ती मेडिकल कॉलेज में ब्रांकोस्कोपी जांच की सुविधा की शुरुआत क्षेत्रीय मरीजों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी। इससे अब मरीजों को समय और पैसा दोनों की बचत होगी, साथ ही जटिल फेफड़ों संबंधी बीमारियों का इलाज भी स्थानीय स्तर पर ही मुमकिन हो सकेगा।
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