बस्ती। संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय पर सोमवार को उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट द्वारा 25 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया। इस धरने में बस्ती, सिद्धार्थनगर और संतकबीरनगर जिलों के शिक्षकों ने हिस्सा लिया और अपनी मांगों को जोरदार तरीके से उठाया। धरने के बाद मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीआईओएस के प्रतिनिधि सत्येंद्र नाथ पांडेय को सौंपा गया।
धरने को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष सिद्धार्थनगर हरिकेश यादव और संतकबीरनगर के राजीव सिन्हा ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की धारा 12 के अंतर्गत पदोन्नति की प्रक्रिया को शीघ्र शुरू किया जाना चाहिए और कार्यवाहक प्रधानाचार्यों को तदर्थ ग्रेड प्रदान किया जाना चाहिए। इसके साथ ही, मंडल अध्यक्ष उदयभान सिंह ने सभी कार्यालयों में सिटीजन चार्टर को तत्काल प्रभाव से लागू करने की मांग की।
अटेवा के जिला संयोजक तौआब अली और मंडलीय महामंत्री दीपक सिंह प्रेमी ने शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की मांग को दोहराया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रस्तावित यूनिफाइड पेंशन योजना न तो कर्मचारियों के हित में है और न ही सरकार के। इस योजना के तहत कर्मचारियों और शिक्षकों के वेतन से 10 प्रतिशत कटौती की जाएगी, जिसे सेवानिवृत्ति के बाद वापस नहीं किया जाएगा, जो एक अनुचित कदम है।
धरने में शामिल शिक्षक और कर्मचारी अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों के लिए कैशलेस चिकित्सा सुविधा और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की भर्ती पर रोक लगाने की मांग कर रहे थे। उन्होंने अस्थायी कर्मचारियों की नियमित नियुक्ति की भी मांग उठाई।
धरने को संबोधित करने वालों में प्रदेशीय कोषाध्यक्ष बिजेंद्र वर्मा, प्रदेशीय मंत्री ध्रुव नारायण, अटेवा संतकबीरनगर के जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार चौहान, मंडलीय संगठन मंत्री मुकेश यादव, जिला मंत्री सिद्धार्थनगर रवि प्रकाश, बाबूराम वर्मा, मो. सईद, और श्रीकांत जैसे प्रमुख नेता शामिल थे।
शिक्षकों की यह मांग है कि सरकार उनकी समस्याओं को गंभीरता से ले और उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करे ताकि शिक्षा क्षेत्र में व्याप्त असंतोष को खत्म किया जा सके।
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