बस्ती जनपद के मोहल्ला पिकोरा दत्तू राए में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां मकान मालिक विख्यात रंजन को उनके ही किरायेदारों द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई है। यह घटना ना सिर्फ सामाजिक व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि प्रशासन और न्याय व्यवस्था की निष्क्रियता की ओर भी इशारा करती है।
मामला कुछ ऐसा है कि विगत कुछ वर्षों से किरायेदारों ने मकान के हिस्से में कब्जा करके रखा है। उन्हें जाने को कहा गया तो उन्होंने लड़ाई झगड़ा किया और जब मामला पुलिस के संज्ञान में लाया गया तो उन्होंने कुछ महीनों की मोहलत मांगी। मोहलत पूरे हुए लगभग दो वर्ष हो गए, किंतु ना तो इन लोगों ने घर खाली किया और ना ही अब किराया दे रहे हैं।
विख्यात रंजन जो मकान मालिक है उन्हें किरायेदारों ने जान से मारने की धमकी दी। ग्राम व पोस्ट असोगवा, थाना पथरा जिला सिद्धार्थ नगर की शांति सिंह पत्नी संजय सिंह ने बोला कि :- “घर में अकेले रह गए हो ना, बाकि पूरा खानदान खत्म हो गया है अब तुमको भी मार के फेकवा देंगे बस्ती में रहने नहीं पाओगे”।
हमारे समाज में इस तरह से यदि किसी मासूम जिसके माता-पिता ना हो उसे प्रताड़ित किया जाएगा , तो हम कैसे कह सकते हैं कि आज हम स्वतंत्र भारत में रह रहे हैं। यह तो कानून और भारतीय न्याय व्यवस्था का भी अपमान है क्योंकि किराएदार पुलिस की द्वारा मोहलत दिए जाने के बाद भी मकान खाली नहीं किए और समाज में अशांति और हिंसा फैला रहे हैं।
समाज में कोई भी अपराध हो उससे पहले पुलिस और प्रशासन को ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई कर गुनहगारों को सजा देनी चाहिए और मासूम भारतीय नागरिक को न्याय देकर स्वतंत्र भारतीय न्याय व्यवस्था में आम नागरिकों का विश्वास मजबूत करना चाहिए।