बस्ती। बस्ती जिला महिला चिकित्सालय में कोरोना संक्रमण को लेकर प्रशासन ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। अब गर्भवती महिलाओं के लिए कोरोना जांच अनिवार्य कर दी गई है। बिना जांच के डॉक्टर अब गर्भवती महिलाओं का इलाज नहीं करेंगे।
पंजीकरण काउंटर के पास एंटीजन जांच की सुविधा
चिकित्सालय ने पंजीकरण काउंटर के बगल में ही एंटीजन जांच की सुविधा उपलब्ध कराई है। इस व्यवस्था के चलते महिला रोगियों की लंबी कतारें लग रही हैं। पंजीकरण के साथ ही एंटीजन टेस्ट भी अनिवार्य कर दिया गया है।
लगातार मिल रहे हैं कोरोना पॉजिटिव मरीज
महिला अस्पताल में लगातार कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं, विशेषकर गर्भवती महिलाओं में। मौसम के बदलाव के कारण वायरल बुखार से पीड़ित महिलाएं अधिक संख्या में आ रही हैं। इसी को देखते हुए प्रशासन ने नए मरीजों के पंजीकरण के साथ ही एंटीजन टेस्ट अनिवार्य कर दिया है।
कोविड नियमों के प्रति जागरूकता
प्रतिदिन दो-तीन मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं, जिन्हें उपचार के साथ-साथ कोविड नियमों के पालन के प्रति जागरूक किया जा रहा है। पिछले सप्ताह में दस कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। उपचार और एहतियात बरतने के बाद ये मरीज स्वस्थ हो रहे हैं।
गेट के पास हो रहा है पंजीकरण और एंटीजन टेस्ट
नए मरीजों का पंजीकरण अब ओपीडी से बाहर गेट के पास किया जा रहा है। यहां प्रतिदिन 150-160 मरीज आ रहे हैं। पंजीकरण के साथ ही एंटीजन टेस्ट कर तुरंत रिपोर्ट दी जा रही है, जिससे मरीज सीधे ओपीडी में डॉक्टर से मिल सकें।
गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था
गर्भवती महिलाओं का स्वस्थ रहना अत्यंत आवश्यक होता है। इसलिए चिकित्सालय ने एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था बनाई है। एहतियातन सभी मरीजों का कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है, ताकि आवश्यकता अनुसार उन्हें समय पर उपचार मिल सके।
कोरोना जांच के बिना इलाज नहीं
चिकित्सालय प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि बिना कोरोना जांच के डॉक्टर अब मरीजों को नहीं देखेंगे। सभी मरीजों को पहले कोरोना टेस्ट कराने की सलाह दी जा रही है। एहतियात बरतते हुए, कोरोना जांच को अनिवार्य कर दिया गया है ताकि समय पर सही उपचार मिल सके।