बस्ती। गोरखपुर के जगतबेला के पास मेगा ब्लॉक के कारण रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हो गया है, जिससे यात्री बड़ी संख्या में सड़क परिवहन पर निर्भर हो गए हैं। रोडवेज बसों के साथ-साथ निजी ट्रैवल एजेंसियों के लिए यह एक बड़ा अवसर साबित हो रहा है। बुधवार को रोडवेज स्टैंड पर लखनऊ और गोरखपुर जाने वाले यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिली।
पूर्वोत्तर रेलवे के डोमिनगढ़-जगतबेला के बीच ऑटोमेटिक सिग्नलिंग कार्य और डोमिनगढ़-गोरखपुर के बीच तीसरी लाइन के प्री-नॉन इंटरलॉकिंग के कारण 14 अक्तूबर से मेगा ब्लॉक लागू किया गया है। इस ब्लॉक के चलते कई पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है, जबकि कुछ ट्रेनों का रूट डायवर्ट किया गया है।
ट्रेनों के निरस्त होने और रूट डायवर्जन के कारण यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। लखनऊ, कानपुर, गाजियाबाद, दिल्ली, मुंबई, और गुजरात जैसे स्थानों की यात्रा करने वाले यात्रियों को बस्ती से लगभग 90 किलोमीटर दूर गोंडा रेलवे स्टेशन तक निजी वाहनों से जाना पड़ रहा है। इसी प्रकार देवरिया, भटनी, औड़िहार, मऊ, वाराणसी, छपरा और बिहार जाने वाले यात्रियों को गोरखपुर या अयोध्या जंक्शन तक जाने की आवश्यकता पड़ रही है, जो कि करीब 80 किलोमीटर दूर है।
बस स्टैंड पर अपने गंतव्य के लिए बस का इंतजार कर रहे यात्री नारायण सिंह ने बताया कि उन्हें वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस से दिल्ली की यात्रा करनी थी, लेकिन स्टेशन पर आने पर पता चला कि ट्रेन अब दूसरे मार्ग से गुजरेगी।
मेगा ब्लॉक के चलते यात्रियों की असुविधा को देखते हुए सड़क परिवहन पर भारी दबाव आ गया है और बस सेवाओं की मांग बढ़ गई है।