मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य पुरोहित आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर संवेदना प्रकट करते हुए लिखा कि प्रभु श्रीराम उनके शिष्यों और अनुयायियों को इस दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करें।
काशी के महान विद्वान का निधन
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने संदेश में कहा, “काशी के महान विद्वान और श्रीराम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य पुरोहित, वेदमूर्ति आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित जी का निधन अध्यात्म और साहित्य जगत की अपूरणीय क्षति है।”
संस्कृत और भारतीय संस्कृति के सेवक
उन्होंने आगे कहा कि आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित संस्कृत भाषा और भारतीय संस्कृति की सेवा के लिए सदैव स्मरणीय रहेंगे। उनकी विद्वत्ता और सेवा को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।
दिवंगत आत्मा के लिए प्रार्थना
मुख्यमंत्री ने अपनी प्रार्थना में कहा, “प्रभु श्रीराम दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और उनके शिष्यों एवं अनुयायियों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति।”
समाज के लिए बड़ी क्षति
मुख्यमंत्री ने आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित की विद्वता और उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि उनका निधन हमारे समाज के लिए एक बड़ी क्षति है। उनकी विद्वत्ता और सेवा हमेशा याद की जाएगी।
योगी आदित्यनाथ ने अपने संदेश के माध्यम से आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के परिवार और अनुयायियों के प्रति संवेदना व्यक्त की और उनके अद्वितीय योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित की।