अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने जोरदार जीत हासिल कर ली है, जिससे वे एक बार फिर राष्ट्रपति पद संभालने के लिए तैयार हैं। ट्रंप ने अपने प्रतिद्वंदी कमला हैरिस को आसानी से हराया, और उनकी इस सफलता के पीछे कुछ खास वजहें हैं। इन कारणों में उनकी राष्ट्रवादी छवि, सामाजिक और आर्थिक मुद्दों पर मजबूत पकड़ और विशिष्ट नैरेटिव सेट करने की क्षमता शामिल है। आइए, जानते हैं इन कारणों के बारे में विस्तार से।
1. ट्रंप का राष्ट्रवादी नायक की छवि में उभरना
इस चुनाव में ट्रंप ने अपनी पहचान एक राष्ट्रवादी नेता के रूप में मजबूती से स्थापित की। अमेरिकी जनता में उन्होंने खुद को अमेरिका के हितों की सुरक्षा करने वाले और विश्व मंच पर देश की प्रतिष्ठा फिर से स्थापित करने वाले नेता के रूप में प्रस्तुत किया। उनके ऊपर हुए हमलों के बाद भी उनका संघर्ष और दृढ़ संकल्प उन्हें एक नायक के रूप में दिखाने में सफल रहा, जिससे उन्हें अधिक सहानुभूति और समर्थन मिला।
2. अप्रवासी विरोधी नीतियों का समर्थन
ट्रंप की अप्रवासी विरोधी नीतियों ने उन्हें खासकर उन वोटरों का समर्थन दिलाया जो अवैध प्रवासियों पर खर्च हो रहे सरकारी संसाधनों से नाराज थे। ट्रंप ने अमेरिकी नागरिकों के हितों को सर्वोपरि बताते हुए अवैध प्रवासियों पर कड़ी कार्रवाई का वादा किया, जो उनकी नीति का केंद्रीय बिंदु बन गया। इस नीति ने अमेरिकी नागरिकता और सुरक्षा के लिए एक सख्त दृष्टिकोण को सामने रखा, जिससे उन्हें बड़ी संख्या में समर्थन प्राप्त हुआ।
3. श्वेत महिलाओं का समर्थन
कमला हैरिस ने महिलाओं के अधिकार, विशेषकर गर्भपात के मुद्दे पर अभियान चलाया, लेकिन ट्रंप ने सफेद महिलाओं को यह विश्वास दिलाने में कामयाबी पाई कि गर्भपात अकेला मुद्दा नहीं है और इसे एक प्रकार की ‘वोक संस्कृति’ का हिस्सा बताया। इसके चलते ट्रंप ने श्वेत महिलाओं के बीच भी समर्थन हासिल कर लिया, जो उनकी जीत में निर्णायक साबित हुआ।
4. देश की आर्थिक स्थिति और बढ़ती महंगाई
अमेरिका में आर्थिक स्थिति और बढ़ती महंगाई इस चुनाव के अहम मुद्दे रहे। बाइडेन प्रशासन के दौरान बिगड़े आर्थिक हालात और बढ़ती महंगाई ने जनता में असंतोष पैदा किया। ट्रंप ने अपने प्रचार में यह वादा किया कि उनकी सरकार आर्थिक सुधार लाएगी। चुनाव बाद एक्जिट पोल से यह भी स्पष्ट हुआ कि मतदाताओं ने इस मुद्दे पर कमला हैरिस की बजाय ट्रंप को प्राथमिकता दी।
5. जो बाइडेन का चुनावी दौड़ से पीछे हटना
डेमोक्रेटिक पार्टी ने राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में कमला हैरिस को बहुत देर से घोषित किया। जो बाइडेन की उम्र से संबंधित चिंताओं के कारण यह निर्णय लिया गया, लेकिन हैरिस को पर्याप्त तैयारी का समय नहीं मिला। इस देरी से उन स्विंग वोटरों पर असर पड़ा जो ट्रंप के पक्ष में मुड़ गए और इस कारण हैरिस की संभावनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा।
6. एलन मस्क का ‘X फैक्टर’
एलन मस्क का खुला समर्थन भी ट्रंप के लिए बड़ा लाभकारी साबित हुआ। मस्क ने ट्रंप के पक्ष में कई रैलियों का आयोजन किया और सोशल मीडिया पर उनके पक्ष में माहौल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके समर्थन ने ट्रंप की छवि को और मजबूत किया और चुनाव प्रचार में एक ‘एक्स फैक्टर’ की तरह काम किया।
इन प्रमुख वजहों ने डोनाल्ड ट्रंप की जीत में निर्णायक भूमिका निभाई और उन्हें अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के लिए एक बार फिर से सक्षम बना दिया।