बस्ती के जनमानस पर छाई उदासी की छाया निर्वतमान जिलाधिकारी अंद्रा वामसी के ट्रांसफर से हुई है। लेकिन क्या यह ट्रांसफर एक साधारण सा ट्रांसफर है? नहीं, यह एक ऐसा ट्रांसफर है जिसने बस्ती के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा है। अंद्रा वामसी ने अपने कार्यकाल में बस्ती जनपद में कई कीर्तिमान स्थापित किए, जिन्हें आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी।
लम्बित मुकदमों का निस्तारण, भ्रष्टाचार पर नकेल कसना, और आम जनमानस के हित में काम करना – यह सब अंद्रा वामसी के जिलाधिकारी रहते हुए हुए। आईएएस अंद्रा वामसी ने अपने कार्यशैली से बस्ती जनपद के इतिहास में एक मील का पत्थर स्थापित कर दिया है।
लेकिन क्या यह ट्रांसफर एक साजिश है? क्या यह भ्रष्टाचारियों के रडार पर आने का नतीजा है? क्या यह एक सिपाही का नहीं करवा सकते हैं ट्रांसफर की कहानी है? नहीं, यह एक रूटीन ट्रान्सफर है, लेकिन इसके पीछे की कहानी कुछ और ही है। अंद्रा वामसी के ट्रांसफर से बस्ती जनपद में एक शून्य पैदा हो गया है, जिसे भरना मुश्किल होगा।