बहुजन मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष आर. के. आरतियन आमरण अनशन पर दोबारा लौट आए हैं। कुछ समय पहले तबीयत बिगड़ने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन डिस्चार्ज होते ही उन्होंने फिर से अनशन शुरू कर दिया।
फर्जी मृतक प्रमाण पत्र का मामला – कार्रवाई की मांग
आर. के. आरतियन का आरोप है कि कुछ अधिकारियों द्वारा फर्जी मृतक प्रमाण पत्र बनाकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने इस मामले में दोषी सचिव के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अगर जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो वे आत्मदाह करने को मजबूर होंगे।
सैकड़ों कार्यकर्ताओं के जुटने की उम्मीद

उनके इस अनशन को लेकर बड़ी संख्या में बहुजन मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं और समर्थकों के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। इसके अलावा, कई अन्य सामाजिक संगठनों ने भी इस आंदोलन का समर्थन किया है।
स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद भी डटे रहे
कल शाम तबीयत खराब होने के कारण आर. के. आरतियन को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने उन्हें आराम की सलाह दी थी, लेकिन discharge होने के तुरंत बाद वे फिर से धरने पर बैठ गए।
प्रशासन की परीक्षा – क्या होगी कार्रवाई?
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है। क्या दोषी सचिव पर कोई कार्रवाई होगी, या फिर आंदोलन और तेज होगा?
स्थिति गंभीर – प्रशासन सतर्क
स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। अगर मांगों पर जल्द सुनवाई नहीं हुई, तो आंदोलन और उग्र हो सकता है।
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