हरियाणा के महेन्द्रगढ़ जनपद की नारनौल तहसील स्थित ढाणी चुड़ैली गांव के निवासी डॉ. निखिल यादव को Mrigtrishna Magazine और Rama Global Foundation द्वारा आयोजित “30 अंडर 30” प्रतियोगिता के अंतर्गत देश के 30 वर्ष से कम आयु के 30 प्रेरणादायक युवाओं की प्रतिष्ठित सूची में शामिल किया गया है।
इस सम्मान के अंतर्गत उन युवाओं को चयनित किया गया जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में असाधारण योगदान और उल्लेखनीय उपलब्धियाँ प्राप्त की हैं । चयनित प्रतिभाओं को सम्मानित करने हेतु राजधानी दिल्ली के प्रतिष्ठित कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में एक विशेष समारोह आयोजित हुआ, जहाँ कार्यक्रम में भारत सरकार के केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री श्रीपद येसो नाइक, श्री तोखन साहू और वडोदरा से लोकसभा सांसद की गरिमामयी उपस्थिति रही
अपने कार्य और उपलब्धियों से डॉ. निखिल यादव ने अपने माता-पिता, गांव ढाणी चुड़ेली, नारनौल तहसील और सम्पूर्ण महेन्द्रगढ़ क्षेत्र का नाम पूरे देश में गौरवपूर्वक रोशन किया है।
डॉ. निखिल यादव विवेकानंद केंद्र, कन्याकुमारी के एक पूर्णकालिक कार्यकर्ता (प्रचारक) हैं और वर्तमान में उत्तर क्षेत्र के सह-प्रमुख के रूप में कार्यरत हैं। इस भूमिका में वे दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में केंद्र की विविध गतिविधियों का नेतृत्व कर रहे हैं।

उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU), नई दिल्ली के विज्ञान नीति अध्ययन केंद्र से पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त की है। साथ ही उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक और परास्नातक की शिक्षा पूर्ण की है। राष्ट्र निर्माण के संकल्प के साथ डॉ. यादव युवाओं के सशक्तिकरण, शिक्षा और सांस्कृतिक जागरण में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
वे शोध, लेखन और युवाओं के मार्गदर्शन के लिए विशेष रूप से पहचाने जाते हैं।वे दो विचारोत्तेजक पुस्तकों के लेखक हैं: अमृत काल में स्वामी विवेकानंद की प्रासंगिकता और Influence of Ramakrishna-Vivekananda Movement on Gandhi I वे “Young India: Know Thyself – एक नेतृत्व विकास कार्यक्रम” के प्रेरणास्रोत संयोजक हैं, जिसके माध्यम से दिल्ली-एनसीआर के 1.5 लाख से अधिक महाविद्यालयीन छात्रों तक पहुँचा गया है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत 3,000 छात्रों ने एक दिवसीय शिविर और 1,000 छात्रों ने पाँच दिवसीय आवासीय शिविर में भाग लिया है।
डॉ. यादव की शैक्षणिक रुचियों में इतिहास, विज्ञान का इतिहास, स्वामी विवेकानंद एवं रामकृष्ण मिशन आंदोलन, और भारतीय संस्कृति एवं धरोहर शामिल हैं। उन्होंने साउथ एशियन यूनिवर्सिटी, AIIMS नई दिल्ली, UPSC संस्थान, और दिल्ली विश्वविद्यालय के 30 से अधिक कॉलेजों सहित अनेक राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मंचों पर व्याख्यान व शोधपत्र प्रस्तुत किए हैं। वे एक प्रखर लेखक हैं और राष्ट्रीय स्तर की प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में नियमित लेखन करते हैं। इसके अतिरिक्त, वे भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय की हिंदी सलाहकार समिति के सदस्य भी हैं।
योग, ध्यान और शारीरिक फिटनेस के प्रति गहरी निष्ठा रखने वाले डॉ. यादव इन मूल्यों को अपने जीवन और कार्य में आत्मसात करते हुए समग्र राष्ट्र जागरण की दिशा में निरंतर कार्यरत हैं।