शुक्रवार देर रात अयोध्या हाईवे पर बीबीडी थाना क्षेत्र में एक भयानक दुर्घटना हुई। मौरंग से लदा एक डंपर अनियंत्रित होकर हाईवे किनारे स्थित एक झोपड़ी में घुस गया।
सोते समय हुई दुर्घटना
हादसे के समय झोपड़ी में उमेश (35) अपनी पत्नी नीलम (32), बेटे गोलू (4), सनी (13) और बेटी वैष्णवी के साथ सो रहे थे। रात करीब एक बजे यह दुर्घटना घटी, जिसमें उमेश, नीलम, गोलू और सनी की मौके पर ही मौत हो गई।
गर्भवती महिला और बच्चे की मौत
नीलम आठ माह की गर्भवती थीं, जिससे इस घटना ने और भी दर्दनाक रूप ले लिया। हादसे में उमेश और नीलम के साथ उनके दो बेटों की भी जान चली गई।
बेटी वैष्णवी बची
इस भयानक दुर्घटना में केवल सात साल की वैष्णवी बच सकी। वह अपने माता-पिता और भाइयों को खोकर अनाथ हो गई।
डंपर चालक गिरफ्तार
सूचना मिलने पर पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर शवों को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। डंपर चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है और नीलम के भतीजे धरम सिंह ने इस घटना की एफआईआर दर्ज कराई है।
पीड़ित परिवार का परिचय
बाराबंकी के जैतपुर निवासी उमेश टाइल्स कारीगर थे और वह अयोध्या हाईवे किनारे झोपड़ी डालकर अपने परिवार के साथ रहते थे। इस दुर्घटना ने उनके पूरे परिवार को तहस-नहस कर दिया।