आज जब पूरा देश अपनी सेना के समर्थन में एकजुट खड़ा है, तब देश की बेटियां भी पीछे नहीं हैं। प्रयागराज की साहसी बेटी अनामिका शर्मा ने ऐसा अद्भुत साहस दिखाया है, जिसने पूरे भारत को गौरवान्वित कर दिया है। भारत की सबसे कम उम्र की USPA-D लाइसेंसधारी और एकमात्र महिला स्काइडाइविंग प्रशिक्षक के रूप में, अनामिका ने बैंकॉक के आकाश से 12,000 फीट की ऊंचाई से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का ध्वज लेकर छलांग लगाई — एक ऐसा दृश्य जिसने हर भारतीय के दिल में गर्व की लहर दौड़ा दी।
यह छलांग सिर्फ एक रोमांचक करतब नहीं थी, बल्कि यह संदेश था कि भारत की नारी शक्ति अब सीमाओं में बंधी नहीं, बल्कि आकाश की ऊँचाइयों को भी मापने को तैयार है। अनामिका ने अपने इस प्रदर्शन को भारतीय सेना के अद्वितीय शौर्य और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णायक नेतृत्व को समर्पित किया। उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, यह भारत की अस्मिता, एकता और अटूट संकल्प का प्रतीक है। मेरी यह छलांग उन रणबांकुरों को समर्पित है जो हमारी सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे रहे हैं।”
पूर्व में भी, अनामिका ने महाकुंभ 2025 के अवसर पर “सर्व सिद्धि प्रदः कुंभ” का झंडा लेकर बैंकॉक के आकाश से छलांग लगाई थी, जिससे दुनिया को भारतीय संस्कृति का आमंत्रण मिला था। आज वह फिर भारत की सैन्य और सांस्कृतिक शक्ति की प्रतीक बनकर उभरी हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणादायक कार्यशैली से प्रभावित होकर अनामिका ने कहा, “मुझे अपने प्रदेश और मुख्यमंत्री पर गर्व है। आज उत्तर प्रदेश युवाओं को सिर्फ रोजगार नहीं, एक नई सोच और दिशा भी दे रहा है।”
सोशल मीडिया पर अनामिका की इस देशभक्तिपूर्ण पहल की जमकर सराहना हो रही है। हर ओर से उन्हें बधाइयाँ और शुभकामनाएँ मिल रही हैं। अनामिका शर्मा अब सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि भारत की उभरती नारी शक्ति की गूंज बन चुकी हैं — एक प्रेरणा, एक प्रतीक, और भारत के आत्मविश्वास की उड़ान।