बस्तीः नदी में नहाने का शौक ले रहा जान, बढ़ रही हैं दुर्घटनाएं

बस्ती: पिछले कुछ दिनों से जिले में नदी और तालाब में नहाने का शौक लोगों की जान पर भारी पड़ रहा है। सबसे अधिक मौतें सरयू नदी में नहाने के दौरान दुबौलिया थाना क्षेत्र में हो रही हैं। कुआनी नदी में भी डूबने की घटनाएं सामने आ रही हैं। 12 मई से 19 जून तक नदी और तालाब में डूबने से 12 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें 10 किशोर और किशोरियां शामिल हैं।

नदी और तालाब में बढ़ती डूबने की घटनाएं

गर्मी से राहत पाने के लिए लोग नदी और तालाब में नहाने जाते हैं, लेकिन नहाने के दौरान सावधानी नहीं बरतने के कारण अक्सर हादसे हो रहे हैं। सरयू नदी के दुबौलिया थाना क्षेत्र में नहाते समय डूबने की घटनाएं सबसे अधिक हो रही हैं।

केस 1: मोजपुर गांव

12 मई को दुबौलिया थाना क्षेत्र के मोजपुर गांव के सरयू नदी में नहाने गए पिपरी गांव की पार्वती, काजल, शालिनी और सोहन डूब गए। पार्वती और काजल के शव घटना के दो घंटे बाद बरामद कर लिए गए थे, जबकि सोहन का शव तीसरे दिन मिला। शालिनी का आज तक कोई पता नहीं चला है।

केस 2: अशोकपुर ग्राम पंचायत

29 मई को दुबौलिया थाना क्षेत्र के अशोकपुर ग्राम पंचायत के सता पुरवा निवासी रूसी, सुनीता, अनामिका और गंगा सरयू नदी में नहाते समय डूबने लगे। गंगा और अनामिका को तो बचा लिया गया, मगर रूसी और सुनीता की डूबने से मृत्यु हो गई।

केस 3: लालगंज थाना क्षेत्र

10 जून को लालगंज थाना क्षेत्र के दैजी गांव के 15 वर्षीय आदित्य सिंह और 14 वर्षीय बगुली उर्फ कृष्णचंद्र कुआनो और मनोरमा नदी के संगम स्थल पर स्नान करने गए थे। नहाते समय गहरे पानी में चले जाने से वे डूब गए। दोनों के शव उसी दिन स्थानीय गोताखोरों ने बरामद कर लिए थे।

केस 4: वाल्टरगंज थाना क्षेत्र

वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के सिरोहिया तालाब में बुधवार को नहाने गईं सोनौरा पाठक गांव की तीन किशोरियां डूब गईं। इनमें धीरज की 12 वर्षीय पुत्री तारा, महेंद्र की 14 वर्षीय पुत्री खुशी और 12 वर्षीय चंदा शामिल हैं। तीनों आम बीनने की बात कहकर घर से निकली थीं और गर्मी से बचने के लिए तालाब में नहाने चली गईं।

नहाते समय बरती जाने वाली सावधानियां

  1. तैरना न आता हो तो नदी या तालाब में नहाने से बचें।
  2. नदी के किनारे नहाएं, गहराई में न जाएं।
  3. डूबने की स्थिति में जोर-जोर से चिल्लाएं।
  4. तैरना नहीं आता हो तो पानी में हाथ-पैर चलाते रहें।

इन सावधानियों का पालन करने से दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है और लोगों की जान बचाई जा सकती है।

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