भारत के महान उद्योगपति, दूरदर्शी नेता और मानवता के प्रतीक रतन टाटा जी की आज पहली पुण्यतिथि है। उन्हें इस दुनिया से गए हुए आज एक साल पूरा हो गया है, लेकिन उनके जाने का दुख आज भी करोड़ों भारतीयों के दिलों में जिंदा है।
रतन टाटा सिर्फ एक उद्योगपति नहीं थे, बल्कि वो एक ऐसी प्रेरणा थे जिन्होंने भारतीय उद्योग जगत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उनका जीवन इस बात का उदाहरण है कि सच्ची सफलता वही है, जो समाज और देश के हित में काम आए। टाटा समूह के जरिए उन्होंने न सिर्फ आर्थिक विकास को गति दी, बल्कि अनगिनत लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव भी लाए।
उनकी सादगी, विनम्रता और परोपकार भावना उन्हें आम लोगों के और भी करीब ले आई। उन्होंने हमेशा कहा कि “धन का असली उपयोग तभी है, जब वह समाज की भलाई में लगे।” यही सोच उन्हें बाकी उद्योगपतियों से अलग बनाती है।
आज उनकी पहली पुण्यतिथि पर देशभर में लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। सोशल मीडिया से लेकर आम लोगों के दिलों तक, हर जगह एक ही भावना गूंज रही है — “देश के रतन को नमन।”










