दिल्ली में प्रदूषण का कहर: खतरनाक स्तर पर पहुंचा AQI, सांस लेना हुआ मुश्किल !

दिल्ली में प्रदूषण एक बार फिर से गंभीर खतरे के रूप में उभरकर सामने आया है। राजधानी के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है, जिससे लोगों की सेहत पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। यहां तक कि सांस लेना भी मुश्किल हो गया है।

344 AQI के साथ मानसरोवर रेड जोन में

दिल्ली के मानसरोवर इलाके में AQI 344 तक पहुंच गया है, जो प्रदूषण के रेड जोन को दर्शाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह स्तर हवा में भारी मात्रा में प्रदूषकों की मौजूदगी को दर्शाता है, जो न केवल स्वस्थ लोगों बल्कि विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरनाक है।

सीतापुर और शास्त्री नगर में बिगड़े हालात

सीतापुर में AQI 312 दर्ज किया गया है, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। वहीं, शास्त्री नगर में भी स्थिति गंभीर बनी हुई है, जहां AQI 283 है। यह संकेत करता है कि यहां की हवा भी स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है।

पुलिस कमिश्नरेट क्षेत्र और आदर्श नगर में भी प्रदूषण

पुलिस कमिश्नरेट क्षेत्र में AQI 279 और आदर्श नगर में 234 दर्ज किया गया है। हालांकि, यह अन्य इलाकों के मुकाबले थोड़ा बेहतर है, लेकिन फिर भी हवा की गुणवत्ता संतोषजनक नहीं है।

दिल और अस्थमा के मरीजों पर सबसे बुरा असर

दिल्ली के इस खतरनाक प्रदूषण का सबसे ज्यादा प्रभाव दिल के मरीजों और अस्थमा रोगियों पर पड़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की स्थिति सांस से जुड़ी बीमारियों को और बढ़ा सकती है। डॉक्टरों ने लोगों को घर के अंदर रहने और बाहर जाते समय मास्क का उपयोग करने की सलाह दी है।

कई इलाकों में AQI 400 के पार

दिल्ली के कुछ इलाकों में हालात बेहद खराब हैं। AQI 400 के पार पहुंचने वाले इलाकों में जहांगीरपुरी, आनंद विहार, अशोक विहार और बवाना शामिल हैं।

  • जहांगीरपुरी में AQI 435: यह सबसे खतरनाक श्रेणी में आता है। यहां की हवा सांस लेने लायक नहीं रह गई है।
  • आनंद विहार में AQI 405: यह क्षेत्र भी गंभीर रूप से प्रभावित है।
  • अशोक विहार में AQI 414 और बवाना में AQI 418: इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अत्यधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।

प्रदूषण से निपटने के उपाय

दिल्ली सरकार और स्थानीय प्रशासन प्रदूषण को कम करने के लिए कुछ कदम उठा रहे हैं, जैसे कि निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध, पानी का छिड़काव और ट्रैफिक नियंत्रण। बावजूद इसके, स्थिति को नियंत्रित करने में अभी सफलता नहीं मिली है।

जनता के लिए सलाह

प्रदूषण के इस खतरनाक स्तर को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने निम्नलिखित सावधानियां बरतने की सलाह दी है:

  1. सुबह और शाम के समय बाहर जाने से बचें।
  2. घर में एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें।
  3. ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं और अपने आहार में एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें।
  4. मास्क पहनना अनिवार्य बनाएं।

निष्कर्ष

दिल्ली में प्रदूषण का यह स्तर केवल नागरिकों के लिए ही नहीं बल्कि प्रशासन के लिए भी एक बड़ी चुनौती है। समय रहते इस समस्या का समाधान ढूंढ़ना आवश्यक है, ताकि लोगों को स्वस्थ और सुरक्षित जीवन जीने का अवसर मिल सके।

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