7 वर्षों से नहीं आई नई भर्ती, सरकार पर गंभीर आरोप
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षक भर्ती को लेकर एक बार फिर अभ्यर्थियों में रोष भड़क उठा है। पिछले सात वर्षों से नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती न आने से निराश डीएलएड/बीटीसी प्रशिक्षित अभ्यर्थी प्रयागराज में ‘महाधरना’ दे रहे हैं। अभ्यर्थियों का आरोप है कि योगी सरकार सिर्फ वादे करती है, लेकिन ज़मीनी स्तर पर कुछ भी नहीं करती।
हाल ही में योगी सरकार की ओर से प्राथमिक शिक्षक भर्ती को लेकर एक ट्वीट किया गया था, जिसने अभ्यर्थियों में उम्मीद की किरण जगाई। लेकिन कुछ ही घंटों में वह ट्वीट डिलीट कर दिया गया, जिससे नाराजगी और अधिक बढ़ गई।

अब प्रशिक्षुओं ने सरकार से दो स्पष्ट सवाल पूछे हैं:
👉 ऐसी कौन सी मजबूरी थी, जिसके कारण योगी सरकार को ट्वीट डिलीट करना पड़ा?
👉 नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती आखिर कब निकाली जाएगी?
इन सवालों के जवाब सरकार के पास नहीं हैं, ऐसा कहना है प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का। उनका आरोप है कि सरकार निजीकरण को बढ़ावा दे रही है और स्थायी नौकरियों को धीरे-धीरे खत्म किया जा रहा है।
“जो सरकार निजीकरण करके नौकरियाँ छीनने में लगी है, उससे नौकरी देने की उम्मीद करना ही बेकार है,” – ऐसा कहना है धरना स्थल पर मौजूद एक अभ्यर्थी का।
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी मांग कर रहे हैं कि प्राथमिक शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू की जाए, ताकि वर्षों से इंतजार कर रहे लाखों युवाओं को रोजगार मिल सके।
सरकार की तरफ से इस मुद्दे पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
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