सेंट जोसेफ स्कूल की मान्यता समाप्त कर जनपद के अन्य मिशनरी स्कूलों की गतिविधियों पर नियंत्रण हेतु सौंपा ज्ञापन

आज जिलाधिकारी बस्ती को सम्बोधित ज्ञापन सौंपते हुए जनपद के चर्चित समाजसेवी व भाजपा नेता चन्द्रमणि पाण्डेय सुदामा ने सेंट जोसेफ स्कूल का मान्यता प्रत्याहरण करते हुए जनपद में स्थापित अन्य मिशीनरी स्कूलों की गतिविधियों पर नियंत्रण हेतु स्पष्ट दिशा निर्देश जारी कर हिंदू जनभावनाओं से खिलवाड़ पर रोक लगाते हुए इनकी संदिग्ध गतिविधियों पर अंकुश लगाने की मांग करते हुए

श्री पाण्डेय ने बताया कि जनपद में स्थापित ईसाई मिशनरी (माइनारिटी) स्कूलों द्वारा विद्यालय के आड़ में आये दिन सनातनी परम्पराओं में हस्तक्षेप कर हिंदू जनभावनाओं को आहत करने व समाज के निचले तबके में नफरत फ़ैलाने का काम किया जा रहा है जनपद में स्थापित लिटिल फ्लावर स्कूल हर्रैया हो या सेंट जोसेफ अथवा मिशनरी द्वारा संचालित अन्य संस्थान इनके द्वारा आये दिन बच्चों के शिखा,तिलक व कलावा पर आपत्ति जताया जाता है इतना ही नहीं बीते शनिवार को तो सेंट जोसेफ स्कूल जिगिना

बस्ती द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप पर छात्रों व अभिभावकों को होली न खेलने हेतु वो भी स्कूल परिसर के साथ साथ बाहर भी न खेलने का स्पष्ट दिशा निर्देश दिया गया जिसकी सूचना मिलने पर मेरे जताये गये विरोध का समर्थन करते हुए जब आम जनमानस ने शोषल मीडिया पर जमकर भड़ास निकालना शुरू किया तो विद्यालय ने अपने बचाव में देर शाम मीडिया को एक विज्ञप्ति जारी कर अपने पक्ष को जायज ठहराते हुए कहा कि यदि किसी की भावना आहत हैं तो हम खेद व्यक्त करते हैं

जिस पर हमने असहमति जताते हुए प्रतिकृया दी कि रामलीला में बच्चों का सहभाग आपके हिन्दुत्व प्रेम का प्रमाण नहीं हो सकता वो आप समाज को दिखाने हेतु भी कर सकते हैं यही नहीं आपके निर्देश से आम जनमानस आक्रोश में है और प्रकरण हम लोगों ने सामने लाया ऐसे में यह स्पष्ट करते हुए माफी हम लोगों से व सार्वजनिक होनी चाहिए कि आपका उद्देश्य होली नहीं कैमिकल युक्त रंग पर था आप इस देश के सभी धर्म व त्यौहार में आस्था रखते हैं दूसरे विद्यालय में कुमकुम व फूलों की होली हो व केमिकल युक्त रंग का नुक़सान बताया जाये ऐसे में रविवार को देर शाम विद्यालय ने होली समारोह आयोजन का निर्णय पुलिस प्रशासन को दिया किन्तु जनभावनाओं को आहत किये जाने को लेकर सार्वजनिक माफी नहीं मांगी जो कि स्पष्ट करता है कि विद्यालय सिर्फ अपना बचाव कर रहा है उसके विचारों में आज भी होली अप्रासंगिक है।
उन्होंने कहा कि इन्हीं विद्यालयों के संरक्षण में नई दिशा महिला समिति जो कि बस्ती शहर में स्थापित हैं वो जनहित के कार्यों के आड़ में गरीब समाज के लोगों में हिन्दू मान्यताओं के विरुद्ध नफरत फ़ैलाने का काम कर रही है और उन्हें किसी न किसी बहाने इन्हीं स्कूलों में बुलाकर मोटीवेट कर रही है अभी कल दिन रविवार को लिटिल फ्लावर स्कूल में हजारों महिलाओं को एक ही ड्रेस में विशेषकर सफेद साड़ी में लाकर परिसर के अंदर विद्यालय के छात्र छात्राओं व अभिभावकों से परे कार्यक्रम किया गया यदि कार्यक्रम महिला दिवस का था तो स्कूल की बच्चियों व शिक्षिकाओं को सम्मानित करते उसमें अन्य को लाते बुलाते किन्तु अन्य को लाते हैं

व विद्यालय से जुड़े लोगों को दूर रखा ये संदिग्धता को दर्शाता है। यही नहीं दिशा महिला समिति जिन सामाजिक कार्यों की बात करती है उन पर जनपद में कितना का हुआ है जांच किया जाये कि पर्यावरण सुरक्षा हेतु इन्होंने क्या किया है कितने पौधे लगायें है कितने गरीब विधवा व विकलांग के पुनर्वास की व्यवस्था की है इन कार्यों के आधार पर समाज को दूषित किया जाना उचित नहीं है।
श्री पाण्डेय ने मांग किया कि होली जैसे परम्परागत त्यौहार पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश देकर हिन्दू भावनाओं को आहत करने वाले सेंट जोसेफ स्कूल की मान्यता समाप्त कर संचालन तत्काल बंद करायें व जनपद में स्थापित अन्य मिशनरी स्कूलों व नई दिशा महिला समिति बस्ती की गतिविधियों का समय-समय पर निरीक्षण सुनिश्चित करायें व स्पष्ट निर्देश जारी करें कि विद्यालय में हिन्दू संस्कृति व त्यौहार पर आपत्ति न की जाये अपितु सार्वजनिक कार्यक्रम कर उन्हें मनाते हुए आपसी सौहार्द का संदेश दिया जाये व नई दिशा महिला समिति इन विद्यालयों में कोई कार्यक्रम न कर सार्वजनिक रूप से सामाजिक कार्य व कार्यक्रम करें। इस मौके पर श्री पाण्डेय के साथ साथ सतीश द्विवेदी, महेंद्र प्रताप सिंह, राहुल शर्मा,जगतबली सिंह, राजीव पाण्डेय, आनन्द सिंह,संगीता सिंह, सुनील सिंह,दीपक पाण्डेय, सुमित तिवारी सहित दर्जनों समर्थक मौजूद रहे।

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