बस्ती, 23 मार्च 2025 – देशभर में आज शहीद दिवस पर अमर शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर दिनेश चंद्र पाण्डेय हॉल में एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता शीतल पी सिंह जी ने “समकालीन दुनिया, मानवीय मूल्यों का भविष्य” विषय पर अपने विचार साझा किए।

व्याख्यान की मुख्य बातें
श्री सिंह ने अपने संबोधन में वर्तमान वैश्विक परिदृश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आधुनिक युग में मानवीय मूल्यों का क्षरण हो रहा है, जिसे बचाने के लिए हमें नैतिकता, सहिष्णुता और सामाजिक न्याय को प्राथमिकता देनी होगी। उन्होंने कहा कि तकनीकी प्रगति के दौर में भी मानवता सबसे ऊपर होनी चाहिए।
शहीद दिवस का महत्व
शहीद दिवस भारत के स्वतंत्रता संग्राम के अमर बलिदानियों को श्रद्धांजलि देने का अवसर है। 23 मार्च 1931 को भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को ब्रिटिश हुकूमत ने फांसी दी थी, लेकिन उनका संघर्ष और आदर्श आज भी युवाओं को प्रेरित करता है।
गणमान्यों की उपस्थिति और आयोजन की सफलता
इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों के बुद्धिजीवियों, शिक्षाविदों और समाजसेवियों की उपस्थिति रही। आयोजन समिति के सदस्यों ने इस सफल आयोजन के लिए सभी का आभार व्यक्त किया और शहीदों के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के संकल्प को दोहराया।
समापन संदेश

इस आयोजन ने लोगों को प्रेरित किया कि वे शहीदों के सपनों के भारत के निर्माण में अपना योगदान दें और समाज में नैतिक मूल्यों को मजबूत करने की दिशा में कार्य करें।