भारत में शहीद दिवस साल में दो बार 23 मार्च और 30 जनवरी को मनाया जाता है। इन दोनों दिनों का देश के इतिहास में खास महत्व है, क्योंकि ये हमारे वीर शहीदों के बलिदान की याद दिलाते हैं। आइए जानते हैं कि आखिर इस दिन ऐसा क्या हुआ था, जिसे हम आज भी श्रद्धा और सम्मान के साथ याद करते हैं।
🔹 23 मार्च: भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की शहादत

23 मार्च 1931 को ब्रिटिश सरकार ने तीन वीर क्रांतिकारियों—भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी दे दी थी।
- इन तीनों ने भारत की आज़ादी के लिए अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी।
- भगत सिंह और उनके साथियों ने ब्रिटिश हुकूमत को खुली चुनौती दी और ‘इंकलाब ज़िंदाबाद’ का नारा बुलंद किया।
- उनका बलिदान आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
इस दिन पूरे देश में इन अमर शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है और उनके साहस को याद किया जाता है।
🔹 30 जनवरी: महात्मा गांधी की पुण्यतिथि
30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने दिल्ली के बिड़ला हाउस में महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
- महात्मा गांधी ने अहिंसा और सत्याग्रह के जरिए भारत को आज़ादी दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
- उनकी हत्या से पूरा देश शोक में डूब गया था।
- इस दिन देशभर में दो मिनट का मौन रखकर बापू को श्रद्धांजलि दी जाती है।
🔹 शहीद दिवस का महत्व
शहीद दिवस हमें याद दिलाता है कि हमारी आज़ादी कितनी कुर्बानियों के बाद मिली है। यह दिन हमें देशभक्ति, एकता और शांति का संदेश देता है।
👉 आइए, इस शहीद दिवस पर हम सभी अपने महान स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करें और उनके आदर्शों को अपनाने का संकल्प लें। 🙏🇮🇳
News Xpress Live