भारतीय संगीत के महानायक और तबले के जादूगर ज़ाकिर हुसैन का सोमवार सुबह अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में निधन हो गया। 73 वर्षीय ज़ाकिर हुसैन को दिल से जुड़ी गंभीर समस्या के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से भारतीय संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
संगीत जगत का अपूरणीय नुकसान

ज़ाकिर हुसैन भारतीय शास्त्रीय संगीत के वैश्विक राजदूत थे। अपने जीवनकाल में उन्होंने न केवल भारतीय संगीत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया, बल्कि अपनी कला से दुनिया भर के श्रोताओं का दिल जीता। उनकी अप्रतिम कला और संगीतमय यात्रा ने उन्हें ‘म्यूजिकल जीनियस’ के रूप में स्थापित किया।
सेलिब्रिटीज़ की श्रद्धांजलि

जाकिर हुसैन के निधन पर बॉलीवुड और संगीत जगत से जुड़ी कई हस्तियों ने शोक व्यक्त किया। अभिनेत्री करीना कपूर खान ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा, “दिल ना जाने क्यों इतना भारी हो गया है… यह एक युग का अंत है।”
अनुपम खेर ने ट्विटर पर लिखा, “ज़ाकिर साहब एक कला के देवता थे। उनका जाना भारतीय संस्कृति के लिए अपूरणीय क्षति है।”
अभिनेत्री दिया मिर्ज़ा ने कहा, “वो सिर्फ एक म्यूजिकल जीनियस नहीं थे, बल्कि भारतीय संस्कृति और कला के एक स्तंभ थे। उनकी सादगी और गहराई हमेशा याद रहेगी।”
प्रशंसा और सम्मान की लंबी फेहरिस्त

ज़ाकिर हुसैन को संगीत की दुनिया में अद्वितीय योगदान के लिए कई प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त हुए थे, जिनमें ग्रैमी अवॉर्ड और पद्म विभूषण शामिल हैं। उनकी कला ने भारतीय और पश्चिमी संगीत के बीच की दूरी को पाटने का काम किया।
संगीत प्रेमियों के लिए एक बड़ी क्षति

ज़ाकिर हुसैन का निधन सिर्फ भारतीय संगीत के लिए नहीं, बल्कि विश्व संगीत के लिए भी एक बड़ा नुकसान है। उनकी विरासत हमेशा आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी।
उनकी अंतिम यात्रा और श्रद्धांजलि सभा की जानकारी अभी परिवार द्वारा साझा नहीं की गई है।