जैन दर्शन और अध्यात्म में गहरी रुचि बना बदलाव का कारक
देश के सबसे धनाढ्य उद्योगपति व रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के करीबी और पूर्व टॉप एग्जीक्यूटिव प्रकाश शाह अपनी हाई-प्रोफाइल नौकरी और 75 करोड़ रुपये की सैलरी छोड़कर संन्यास धारण कर लिया हैं। अपने कारोबारी कौशल और नेतृत्व के लिए मशहूर प्रकाश शाह और उनकी पत्नी नैन शाह ने महावीर जयंती पर दीक्षा लेकर शांति और आध्यात्मिकता का जीवन अपनाया।
👉कौन हैं प्रकाश शाह ?
प्रकाश शाह देश की बहुराष्ट्रीय कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड में वाइस प्रेसिडेंट थे। उनका कंपनी के महत्वपूर्ण फैसलों में बड़ी भूमिका थी। अपने सफल करियर और सांसारिक जीवन को पीछे छोड़ने के उनके फैसले ने कई लोगों को चौंका दिया है। सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें वायरल हो रही है, जिसमें वे सफेद कपड़े पहने, बहुत कम सामान के साथ में बिना चप्पल पहने दिख रहे हैं। यह उनकी पहले की हाई-प्रोफाइल लाइफ से काफी बड़ा बदलाव है। उन्होंने ब्रह्मचर्य का व्रत लिया है और सभी भौतिक सुखों को त्याग दिया है। अब, वे सादगी, वैराग्य और सेवा का जीवन जिएंगे।
👉प्रकाश शाह की पेशेवर उपलब्धियां
शाह ने आध्यात्मिक जीवन अपनाने का फैसला रातों-रात नहीं लिया हैं। उनके करीबी लोगों का कहना है कि उन्हें सालों से जैन दर्शन और अध्यात्म में गहरी रुचि थी। समय के साथ उनकी यह रूचि काफी गहरी होती गई। जिसने उन्हें उन भौतिक सुर को छोड़ने के लिए प्रेरित किया, जिन्हें पाने के लिए उन्होंने कभी इतनी मेहनत की थी।
इस बदलाव के पहले शाह का काफी शानदार कैरियर रहा था। शाह एक केमिकल इंजीनियर हैं और उन्होंने आईआईटी बॉम्बे से पोस्ट-ग्रेजुएशन किया है। उन्होंने अपने कैरियर के दौरान पेटकोक मार्केटिंग और जामनगर पेटकोक गैसीफिकेशन जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को संभाला है।अब वे एक साधु के रूप में सादगी और अनुशासन में निहित मार्ग का अनुसरण करेंगे। गौरतलब हैं कि जैन दर्शन के अनुयायियों को भौतिक इच्छाओं को त्यागने और सत्य, ईमानदारी और ध्यान का जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
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