सदन में बिजली आपूर्ति को लेकर गर्मा-गर्मी
लखनऊ। यूपी विधानमंडल सत्र के तीसरे दिन बिजली आपूर्ति, लो वोल्टेज और ट्रांसफार्मर बदलने को लेकर सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर नोकझोंक हुई। विपक्ष ने बिजली समस्याओं को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की, जबकि ऊर्जा मंत्री ने पलटवार करते हुए पूर्ववर्ती सपा सरकार पर आरोप लगाया।
विपक्ष की आपत्तियां
विपक्ष के विधायक प्रभु नारायण सिंह ने सदन में सवाल उठाया कि प्रदेश में बिजली आपूर्ति की स्थिति चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लो वोल्टेज की समस्या विकराल हो गई है, जिससे नलकूप भी ठीक से काम नहीं कर पा रहे हैं और किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सिंह ने आरोप लगाया कि कई बार खराब मौसम के कारण ट्रांसफार्मर खराब हो जाते हैं, जिन्हें 15-15 दिनों तक नहीं बदला जाता, जबकि 72 घंटे के भीतर बदलने का प्रावधान है। इससे गर्मी के मौसम में लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
ऊर्जा मंत्री का जवाब
इस पर जवाब देते हुए ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा ने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में बिजली आपूर्ति में रिकॉर्ड सुधार हुआ है। उन्होंने दावा किया कि इस समय की पावर सप्लाई पहले कभी नहीं हुई। मंत्री ने सवाल उठाया कि यदि कहीं 15 दिनों तक ट्रांसफार्मर नहीं बदले जा रहे हैं, तो वह जानकारी दें, ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके। शर्मा ने पूर्ववर्ती सपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी सरकार में बिजली व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार हुआ है और रिकॉर्ड पावर सप्लाई की गई है।
सपा सरकार पर निशाना
ए के शर्मा ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार ने बिजली सप्लाई को लेकर कई सुधार किए हैं और सपा सरकार की तुलना में स्थिति बेहतर की है। उन्होंने विपक्ष से आग्रह किया कि वह तथ्यों के आधार पर सवाल उठाएं और सरकार को सही जानकारी दें, ताकि समस्याओं का समाधान किया जा सके।
इस मुद्दे ने विधानसभा में तीखी बहस को जन्म दिया है और सत्ता पक्ष व विपक्ष के बीच कटु विवाद को दर्शाया है। बिजली आपूर्ति और ट्रांसफार्मर की समस्याओं को लेकर दोनों पक्षों की ओर से उठाए गए मुद्दों ने सत्र को गरमाया है, और इससे यह स्पष्ट है कि बिजली सुधार के मुद्दे पर सरकार और विपक्ष के बीच मतभेद गहरे हैं।