हरैया तहसील अंतर्गत गाजीपुर गांव में जबरन हो रहे एक निर्माण कार्य को लेकर गांव के निवासी दीपक ने लगातार उच्च अधिकारियों से शिकायत करते हुए निर्माण कार्य को रुकवाने की मांग की है। दीपक का आरोप है कि यह निर्माण कार्य न केवल अवैध है, बल्कि इससे गांव की मुख्य गली पूरी तरह अवरुद्ध हो गई है, जिससे ग्रामीणों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
पीड़ित दीपक ने कई बार स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को मामले से अवगत कराया और कार्रवाई की अपील की, लेकिन अब तक निर्माण कार्य पर रोक नहीं लगाई गई है। आश्चर्य की बात यह है कि उच्चाधिकारियों द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए जाने के बावजूद अवैध निर्माण कार्य जारी है, जिससे प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
दीपक ने केवल प्रशासनिक ही नहीं, बल्कि न्यायिक रास्ता भी अपनाया है। उन्होंने न्यायालय सिविल जज के समक्ष इस संबंध में वाद दाखिल किया है। बावजूद इसके, निर्माण कार्य में कोई रोक नहीं लगी है। यही नहीं, एसडीएम हरैया के न्यायालय में भी संपत्ति के बंटवारे से संबंधित वाद विचाराधीन है, जिसके निपटारे तक किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य नियमों के विरुद्ध माना जाएगा।
ग्रामीणों का कहना है कि जिस गली को बंद किया जा रहा है, वह सार्वजनिक मार्ग है और गांव की बड़ी आबादी इसी रास्ते से आवागमन करती है। इस तरह की जबरन निर्माण गतिविधियां न केवल कानून का उल्लंघन हैं, बल्कि आम जनता के अधिकारों का हनन भी हैं।
दीपक और अन्य ग्रामीणों ने उम्मीद जताई है कि प्रशासन इस मामले में शीघ्र कार्रवाई करेगा और गांव के बीचोबीच चल रहे अवैध निर्माण को तत्काल प्रभाव से रुकवाया जाएगा, ताकि ग्रामीणों को राहत मिल सके और न्याय व्यवस्था में उनका विश्वास बना रहे।
यह पूरा मामला अब हरैया तहसील प्रशासन और न्यायालय की निष्पक्षता और तत्परता की परीक्षा बन चुका है।