लखनऊ। अयोध्या में 12 साल की बेटी के साथ हुए दरिंदगी के मामले में सियासी तीर चलने लगे हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने एक दूसरे पर आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं।
अखिलेश का आरोप
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर कहा कि सरकार को पीड़िता के लिए अच्छे-से-अच्छा इलाज का प्रबंध करना चाहिए। उन्होंने न्यायालय से विनम्र आग्रह किया कि स्वत: संज्ञान लेकर स्थिति की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए अपने पर्यवेक्षण में पीड़िता की हरसंभव सुरक्षा सुनिश्चित करवाए। अखिलेश ने कहा कि बदनीयत लोगों का इस तरह की घटनाओं का राजनीतिकरण करने का मंसूबा कभी कामयाब नहीं होना चाहिए।
केशव का पलटवार
इसके जवाब में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव निषाद समाज की पीड़ित बेटी के मामले में पहले आप (सपा अध्यक्ष) पीडीए भूल डीएनए और अब न्यायालय की बात कर गुमराह न करें। केशव ने कहा कि अखिलेश को वोट बैंक के नाराज होने की चिंता है। प्रदेशवासियों को दोषी को दंड और पीड़ित को न्याय दिलाने की अपेक्षा है। सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाएगी।
ओमप्रकाश राजभर की टिप्पणी
सुभासपा अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने भी सोशल मीडिया पर कहा कि आज प्रदेश में एनडीए की सरकार है। इस सरकार को बुल्डोजर सरकार कहते हैं। अपराधी इस सरकार से डरते हैं। ओम प्रकाश ने कहा कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव की सरकार को लोग गुंडों की सरकार कहते थे और प्रदेश की एनडीए की सरकार को लोग बुलडोजर सरकार कहते हैं। इस सरकार से अपराधी डरते हैं। सपा की सरकार में अपराधी बेखौफ होकर घूमते थे। अपराधियों को संरक्षण मिलता था। अगर सपा प्रमुख को सरकार की कार्रवाई पर भरोसा नहीं है तो उन्हें खुद इस विषय पर जांच कर लेनी चाहिए।
न्याय की उम्मीद
यह मामला अब सियासी रंग ले चुका है। दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। लेकिन प्रदेशवासियों की नजर इस मामले में न्याय की उम्मीद से लगी हुई है। उम्मीद है कि सरकार इस मामले में जल्द से जल्द न्याय दिलाएगी।
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