48 वोट से जीत, CCTV फुटेज गायब, रिटर्निंग अफसर पर आरोप… NDA की जीती सीट का फंसा मामला?

रवींद्र वायकर की जीत के बाद मुंबई नॉर्थ वेस्ट में वोटों की गिनती पर सवाल उठने लगे हैं। अमोल कीर्तिकर इस मामले में हाई कोर्ट जाने की सोच रहे हैं।

मिड डे की एक रिपोर्ट के अनुसार, रिटर्निंग ऑफिसर (RO) पर आरोप है कि उन्होंने वोटिंग हॉल के CCTV फुटेज उपलब्ध कराने में सहयोग नहीं किया। मुंबई के नेस्को काउंटिंग सेंटर में वायकर के रिश्तेदार को कथित तौर पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए देखा गया था, जबकि चुनाव आयोग ने ऐसा करने पर प्रतिबंध लगाया था। मिड डे ने RO के हवाले से लिखा है कि उन्हें 11 जून को मुंबई पुलिस से एक पत्र मिला, जिसमें CCTV फुटेज का अनुरोध किया गया था और FIR दर्ज करने के लिए शिकायतकर्ता की मांग की गई थी। RO ने कहा है कि वे CCTV फुटेज भेज देंगे, क्योंकि आसपास में 77 CCTV कैमरे हैं।

क्या है विवाद?

विवाद 4 जून को शुरू हुआ जब शिवसेना उम्मीदवार रवींद्र वायकर के रिश्तेदार मंगेश पंडिलकर को वोटों की गिनती के दौरान नेस्को सेंटर में कथित तौर पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए देखा गया। भारत जन आधार पार्टी के सुरिंदर मोहन अरोड़ा ने तुरंत वनराई पुलिस को इसकी सूचना दी और FIR दर्ज करने का अनुरोध किया। वनराई पुलिस ने पंडिलकर का फोन जब्त कर लिया है, लेकिन अभी तक कोई कॉल डेटा रिकॉर्ड (CDR) या सब्सक्राइबर डेटा रिकॉर्ड (SDR) नहीं मिला है। हालांकि, अरोड़ा का बयान दर्ज कर लिया गया है, लेकिन अभी तक FIR दर्ज नहीं हुई है। अरोड़ा ने कहा है कि वनराई पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने उन्हें बताया कि वरिष्ठ निरीक्षक उपलब्ध नहीं हैं, और वे उनके बिना पेपर पर हस्ताक्षर नहीं कर सकते।

अमोल कीर्तिकर और अरोड़ा जैसे उम्मीदवार इस मामले में याचिका दायर करने के लिए हाई कोर्ट जाने की योजना बना रहे हैं। 48 वोटों से हारने वाले कीर्तिकर ने मिड डे से कहा है कि FIR दर्ज करने में देरी से सबूतों के साथ छेड़छाड़ हो सकती है। मुंबई पुलिस ने मोबाइल फोन जब्त कर लिया है, जबकि RO ने CCTV फुटेज अपने पास रख ली है।

मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि निष्पक्ष जांच के लिए शिकायतकर्ता RO ऑफिस से होना चाहिए। अधिकारी ने कहा कि इस मामले में चुनाव आयोग शामिल है इसलिए वे सतर्क हैं। एक बार FIR दर्ज हो जाए तो कॉल रिकॉर्ड प्राप्त किया जा सकेगा और फोन की जांच की जा सकेगी। अधिकारी ने यह भी कहा है कि FIR के बाद जांच रिपोर्ट RO या कलेक्टर को सौंपी जाएगी।

निष्कर्ष

मुंबई नॉर्थ वेस्ट की इस सीट पर हुए विवाद ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। रवींद्र वायकर की 48 वोटों से जीत के बाद से ही इस मामले में कई उलझनें सामने आई हैं। अमोल कीर्तिकर और सुरिंदर मोहन अरोड़ा जैसे उम्मीदवार इस मामले में न्याय पाने के लिए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की सोच रहे हैं। अब देखना होगा कि इस विवाद का क्या परिणाम निकलता है और क्या न्याय की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल पाती है।

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