अब घर का गेट खोलने से पहले सावधान रहें! ठगों का नया कारनामा, ‘डिजिटल अरेस्ट’ से भी आगे बढ़ा धोखाधड़ी का तरीका !

आज के डिजिटल युग में, जहां एक ओर तकनीकी विकास ने हमारी जिंदगी को आसान बना दिया है, वहीं दूसरी ओर साइबर अपराधियों और ठगों ने भी इस तकनीक का गलत फायदा उठाना शुरू कर दिया है। ठगी के नए-नए तरीके लगातार सामने आ रहे हैं। हाल ही में एक ऐसा मामला प्रकाश में आया है जिसे “डिजिटल अरेस्ट” से भी खतरनाक कहा जा सकता है। ठग अब घर का गेट खुलवाने और सीधे घर में प्रवेश करने के लिए नई-नई चालें चल रहे हैं। यह लेख आपको ठगों के इस नए कारनामे और इससे बचने के तरीकों के बारे में जानकारी देगा।

ठगी का नया तरीका: गेट पर दस्तक देकर शुरू होती है योजना

ठगों ने अब सीधा संपर्क साधने का तरीका अपनाया है। वे आपके घर के गेट पर दस्तक देते हैं और खुद को किसी प्रतिष्ठित संस्थान, सरकारी अधिकारी, या सर्विस प्रोवाइडर का प्रतिनिधि बताते हैं। इनके पास नकली आईडी कार्ड, फर्जी दस्तावेज, और डिजिटल उपकरण होते हैं, जिनका इस्तेमाल वे आपकी जानकारी चुराने या आपको फंसाने के लिए करते हैं।

इनमें से कुछ लोग खुद को पुलिसकर्मी बताकर “डिजिटल अरेस्ट” जैसे धोखाधड़ी के मामलों का हवाला देकर आपको डराने की कोशिश करते हैं। उनके पास ऐसे उपकरण होते हैं जो देखने में वास्तविक लगते हैं, लेकिन उनका उद्देश्य केवल आपकी व्यक्तिगत जानकारी चुराना होता है।

कैसे काम करता है यह नया तरीका?

  1. पहला चरण: विश्वास जीतना
    ठग सबसे पहले आपकी सुरक्षा के प्रति आपकी जागरूकता का फायदा उठाते हैं। वे बेहद विनम्रता से पेश आते हैं और आपके विश्वास को जीतने की कोशिश करते हैं।
  2. दूसरा चरण: पहचान और उपकरण का प्रदर्शन
    वे नकली सरकारी आईडी कार्ड या दस्तावेज दिखाते हैं। कुछ मामलों में, उनके पास नकली डिवाइस होते हैं जिन्हें वे स्कैनिंग या सुरक्षा जांच के नाम पर उपयोग करते हैं।
  3. तीसरा चरण: जानकारी जुटाना
    एक बार घर के अंदर प्रवेश करने के बाद, ठग आपकी कीमती चीजों पर नजर रखते हैं। वे आपकी व्यक्तिगत जानकारी जैसे बैंक डिटेल्स, मोबाइल नंबर, या यहां तक कि आधार और पैन कार्ड नंबर चुराने की कोशिश करते हैं।

‘डिजिटल अरेस्ट’ से आगे का धोखाधड़ी का तरीका क्यों है खतरनाक?

“डिजिटल अरेस्ट” नामक ठगी का तरीका पहले से ही चर्चा में था, जिसमें ठग खुद को पुलिस अधिकारी बताकर नकली गिरफ्तारी वारंट दिखाते थे। नया तरीका इससे भी खतरनाक है क्योंकि यह आपकी सहमति के साथ आपको धोखा देता है।

  1. सीधा संपर्क: यह तरीका साइबर ठगी से अलग है क्योंकि इसमें ठग व्यक्तिगत रूप से आपके घर आते हैं।
  2. नकली उपकरण: तकनीक का दुरुपयोग करते हुए ठग आपके डेटा को चुराने के लिए नकली डिजिटल डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं।
  3. गृह सुरक्षा पर हमला: यह तरीका न केवल आपके डिजिटल बल्कि आपकी भौतिक सुरक्षा के लिए भी खतरनाक है।

कैसे बचें ठगी के इस तरीके से?

  1. पहचान पत्र की जांच करें:
    यदि कोई व्यक्ति खुद को सरकारी अधिकारी या प्रतिनिधि बताता है, तो उसके पहचान पत्र को ध्यान से जांचें।
  2. दस्तावेजों की पुष्टि करें:
    कोई भी दस्तावेज अगर आपके सामने प्रस्तुत किया जाए, तो उसे स्वीकार करने से पहले उसकी वैधता की पुष्टि करें।
  3. गेट पर ही रोकें:
    अनजान व्यक्ति को गेट के अंदर आने न दें। उससे सारी जानकारी गेट पर ही लें।
  4. संदिग्ध उपकरणों से सावधान रहें:
    यदि कोई व्यक्ति स्कैनिंग या जांच के नाम पर कोई उपकरण इस्तेमाल करता है, तो उसे तुरंत रोकें।
  5. पुलिस को सूचित करें:
    अगर आपको किसी पर शक हो, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।

असली घटनाएं जो सावधान करती हैं

हाल ही में देश के विभिन्न हिस्सों से ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जहां ठगों ने खुद को सरकारी कर्मचारी बताकर लोगों को ठगा। एक मामले में, ठगों ने एक व्यक्ति के घर में घुसकर उनके कीमती गहने और नकदी चुरा ली।

दूसरी घटना में, एक ठग ने खुद को बिजली विभाग का कर्मचारी बताया और मीटर चेकिंग के बहाने घर में प्रवेश किया। उसने नकली उपकरण का उपयोग करते हुए परिवार के बैंक विवरण चुरा लिए।

सरकार और पुलिस का रुख

पुलिस और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ इस बढ़ते खतरे को रोकने के लिए सतर्क हो गए हैं। स्थानीय पुलिस थानों को सतर्कता बरतने और जनता को जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं।

सरकार ने नागरिकों को जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान शुरू किए हैं। साइबर अपराध और ठगी के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं।

निष्कर्ष

डिजिटल युग में, जहां एक ओर तकनीकी प्रगति ने हमारी सुरक्षा बढ़ाई है, वहीं दूसरी ओर इसने ठगों को भी नई चालें सिखाई हैं। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए सतर्क रहें।

घर का गेट खोलने से पहले, यह सुनिश्चित करें कि आप व्यक्ति की पहचान और उद्देश्य को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं। सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।

Bindesh Yadav
Bindesh Yadavhttps://newsxpresslive.com
I am an experienced Android and web developer with a proven track record of building robust and user-friendly applications for organizations, schools, industries, and commercial use. I specialize in creating dynamic and responsive websites as well as scalable Android apps tailored to specific business needs. I hold a Master of Computer Applications (MCA) from (IGNOU), and a Bachelor of Science (Honours) in CS fromDU I strongly believe in growth through learning and resilience. "Stop worrying about what you've lost. Start focusing on what you've gained."

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