केंद्रीय बजट 2025 में बिहार के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई हैं, जिनमें मखाना बोर्ड की स्थापना, आईआईटी में सुधार, और कोसी परियोजना के उन्नयन जैसे कदम शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आयकर में बड़ी राहत की घोषणा करते हुए कहा कि अब 12 लाख रुपये तक की वार्षिक आय वाले व्यक्तियों को आयकर नहीं देना होगा।
इन घोषणाओं के बाद, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बजट की सराहना करते हुए कहा, “बजट में उन तबकों को भी देखा गया है जिसे कभी नहीं देखा जाता था।” उन्होंने बिहार के लिए की गई घोषणाओं पर संतोष व्यक्त किया और विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, “बिहार विरोधियों के आँसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। मेरी सलाह है कि आँसू पोंछने के लिए खादी के गमछे का ही उपयोग करें, इससे आँसू भी जल्द सूख जाएंगे और खादी से जुड़े लोगों को रोजगार भी मिलेगा।”
बजट में बिहार के लिए मखाना बोर्ड की स्थापना, आईआईटी में सुधार, और कोसी परियोजना के उन्नयन जैसी घोषणाएं शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में बिहार का आठ बार उल्लेख किया, जिसमें राज्य के हवाई अड्डों के विस्तार और राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान की स्थापना जैसी योजनाएं शामिल हैं।
विपक्ष ने बजट को लेकर आलोचना की है, जबकि मांझी ने बजट को प्रगतिशील बताते हुए कहा कि इससे आम लोगों को लाभ होगा।
बजट 2025 में की गई इन घोषणाओं से बिहार के विकास को नई गति मिलने की उम्मीद है, और आयकर में दी गई राहत से मध्यम वर्ग के लोगों को आर्थिक लाभ होगा।