बस्ती, 16 जनवरी:
फिरोजाबाद में श्रम कानूनों के उल्लंघन और श्रमिक नेता भूरी सिंह यादव की गिरफ्तारी के विरोध में मंगलवार को सीटू (CITU) उत्तर प्रदेश ने प्रदेशव्यापी प्रदर्शन किया। इसी क्रम में बस्ती जिले में सीटू से जुड़ी यूनियनों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन कर अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। प्रदर्शन न्याय मार्ग स्थित कार्यालय से शुरू हुआ और विकास भवन के तीसरे तल पर उप श्रमायुक्त कार्यालय तक पहुंचा, जहां प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की।
प्रमुख मांगें

सीटू बस्ती के संयोजक के.के. तिवारी के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने फिरोजाबाद के कांच-चूड़ी उद्योग में श्रम कानूनों और न्यूनतम वेतन को सख्ती से लागू करने की मांग उठाई। इसके अलावा, श्रमिक नेता भूरी सिंह यादव की तत्काल रिहाई, महंगाई भत्ता लागू करने, और सहायक श्रमायुक्त यशवंत कुमार द्वारा दर्ज कथित रंजिशपूर्ण प्राथमिकी को रद्द करने की मांग की गई। प्रदर्शनकारियों ने सहायक श्रमायुक्त यशवंत कुमार को निलंबित करने और प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच कराने की भी अपील की।
विभिन्न यूनियनों का समर्थन
प्रदर्शन में मिड-डे मील, बिजली, जलकल, संविदा श्रमिक, खेत मजदूर, यूपीएमएसआरए, और आशा कर्मचारी यूनियन समेत कई यूनियनों ने भाग लिया। प्रमुख प्रदर्शनकारियों में शेष मणि, सत्यराम, उर्मिला चौधरी, राम निरख यादव, रविंद्र, सरवन कुमार, राकेश गुप्ता, राम कृष्ण यादव, सुमन तिवारी, मनोज प्रजापति, रामू जायसवाल, रेणु देवी, पूनम, यशोदा, दीपक, अरविंद और संजय सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल थे।
सरकार को चेतावनी
प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की गईं, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। सीटू ने प्रशासन पर श्रमिक अधिकारों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि श्रम कानूनों का सख्ती से पालन न करना सरकार की उदासीनता को दर्शाता है।
शांतिपूर्ण प्रदर्शन
हालांकि प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने सरकार और प्रशासन से सकारात्मक कार्रवाई की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि उनकी मांगें पूरी न होने की स्थिति में वे आंदोलन के अगले चरण की तैयारी करेंगे।
यह प्रदर्शन श्रमिक अधिकारों और श्रम कानूनों के क्रियान्वयन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में देखा जा रहा है।