प्रियंका गांधी पहली बार संसद पहुंचीं। उन्होंने लोकसभा में सांसद पद की शपथ ली। इस दौरान हाथ में संविधान की कॉपी ली।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बृहस्पतिवार को संसद में केरल के वायनाड सीट से सांसद के रूप में शपथ ली। इस ऐतिहासिक क्षण में उन्होंने अपने हाथ में संविधान की प्रति लेकर लोकतंत्र और संविधान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का संदेश दिया। उनके शपथ ग्रहण को लाइव देखकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में जोरदार जश्न मनाया।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जोश: मिठाइयों का आदान-प्रदान और पटाखों की गूंज

शपथ ग्रहण के इस अवसर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को मिठाइयां खिलाईं और पटाखे फोड़कर खुशी जाहिर की। पार्टी कार्यालय में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए, जिनमें प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश सिंह, पूर्व विधायक श्याम किशोर शुक्ला, प्रदेश महासचिव मुकेश सिंह चौहान, प्रवक्ता अंशू अवस्थी, सेवादल प्रमुख राजेश काली, शहर अध्यक्ष अमित श्रीवास्तव त्यागी और जिलाध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी प्रमुख थे।

प्रियंका गांधी का राजनीतिक जीवन: प्रचार से संसद तक का सफर

प्रियंका गांधी के सांसद बनने के साथ ही उनके सक्रिय राजनीतिक जीवन की औपचारिक शुरुआत हो गई है। इससे पहले वह कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार का अहम चेहरा रही थीं, लेकिन खुद कभी चुनाव नहीं लड़ीं। 2024 के लोकसभा चुनाव में उनके रायबरेली से चुनाव लड़ने की चर्चाएं थीं, लेकिन इस सीट से राहुल गांधी ने चुनाव लड़ा और बड़ी जीत दर्ज की।

कांग्रेस की मजबूती की उम्मीद

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रियंका गांधी के सक्रिय राजनीति में आने पर उत्साह व्यक्त करते हुए कहा कि इससे पार्टी को न केवल मजबूती मिलेगी, बल्कि यह देश और प्रदेश के लिए भी फायदेमंद होगा।

मल्लिकार्जुन खरगे का आशीर्वाद और नई शुरुआत

शपथ ग्रहण समारोह के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रियंका गांधी को शुभकामनाएं दीं और उनके नए सफर के लिए आशीर्वाद दिया। यह क्षण पार्टी के लिए एक नई उम्मीद और रणनीतिक दिशा का संकेत है।

वायनाड सीट से सांसद: कांग्रेस के लिए बड़ी उपलब्धि

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट से जीत हासिल कर कांग्रेस की राजनीतिक मजबूती का एक और अध्याय जोड़ा है। यह क्षेत्र पहले भी गांधी परिवार के लिए खास रहा है, और प्रियंका गांधी के नेतृत्व में यह और मजबूत हो सकता है।

प्रियंका गांधी के संसद में पहुंचने और शपथ लेने का यह पल कांग्रेस के इतिहास में मील का पत्थर साबित हो सकता है। कार्यकर्ताओं का उत्साह और समर्थन पार्टी के भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत है।

Related Articles

- Advertisement -

Latest Articles