दुर्गापूजा आयोजनों को लेकर उत्पन्न असंतोष को दूर करने के लिए शुक्रवार को एडीएम प्रतिपाल सिंह चौहान और एएसपी ओपी सिंह की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में घंटों चर्चा हुई। इस बैठक में प्रशासन और दुर्गापूजा समितियों के बीच संवाद स्थापित किया गया, जिसमें आयोजन से जुड़ी समस्याओं पर विस्तृत चर्चा हुई। अधिकारियों ने आयोजकों को शासन की नई गाइडलाइनों से अवगत कराया और समाधान का आश्वासन दिया।
पिछले दिनों उठी समस्या को अमर उजाला ने “चार अक्तूबर के अंक” में प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिसमें दुर्गापूजा की अनुमति के लिए पाँच जगह से रिपोर्ट लगवानी पड़ रही थी। इस मुद्दे पर प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए यह बैठक आयोजित की। आयोजकों ने अनुमति प्रक्रिया को सरल बनाने का सुझाव दिया, जिस पर प्रशासन ने सहमति जताई। तय हुआ कि आयोजन के लिए प्रार्थनापत्र देने के बाद संबंधित विभागों से रिपोर्ट प्राप्त करके अनुमति पत्र दिया जाएगा, जिससे प्रक्रिया में तेजी आएगी।
नई गाइडलाइंस और आयोजकों की जिम्मेदारी
एडीएम प्रतिपाल सिंह चौहान ने बताया कि आयोजकों की भी ज़िम्मेदारी है कि हर स्तर पर सुरक्षा का ध्यान रखा जाए। आयोजन स्थल को सुरक्षित बनाना आवश्यक है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके साथ ही, सौहार्द बनाए रखने के लिए सभी को सामूहिक रूप से प्रयास करना होगा। आयोजन स्थलों पर सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नंगे तारों को हटाने, अग्निशमन की उचित व्यवस्था, पंडाल में बालू भरी बाल्टियों की उपलब्धता, और यातायात को सुगम बनाए रखने जैसे दिशा-निर्देश दिए गए।

इसके अलावा, भीड़भाड़ में चोर-उचक्कों की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए आयोजन समितियों से वाॅलंटियर की व्यवस्था करने को कहा गया। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की पहचान होते ही तुरंत पुलिस को सूचित करने का निर्देश दिया गया। बैठक में प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया कि सभी दुर्गापूजा आयोजन शांति और स्वच्छ वातावरण में संपन्न हों।
बैठक में प्रमुख अधिकारी भी रहे मौजूद
इस महत्वपूर्ण बैठक में एसडीएम सदर शत्रुहन पाठक, सीओ सिटी सत्येंद्र भूषण तिवारी, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली राणा देवेंद्र प्रताप सिंह, थानाध्यक्ष पुरानी बस्ती महेश सिंह सहित कई अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे, जिन्होंने आयोजन समितियों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और उनके निस्तारण का भरोसा दिलाया।
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