“फिर लौटी सरयू, तबाही का मंजर अपने साथ!”

सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से तबाही

सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से तटवर्ती गांवों में तबाही मच गई है। नदी लाल निशान से 45 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई है, जिसके कारण दो गांव बाढ़ से चौतरफा घिर गए हैं।

दुबौलिया क्षेत्र के दो गांव प्रभावित

दुबौलिया क्षेत्र के दो गांव, सुबिका बाबू और बिशुनदासपुर, बाढ़ से पूरी तरह से घिर गए हैं। प्रभावितों का आवागमन प्रभावित हो रहा है। प्रशासन की तरफ से मोटर बोट लगाए गए हैं, जिसके जरिये प्रभावितों का तटबंध तक आना-जाना हो रहा है।

प्रति घंटे एक सेंटीमीटर की वृद्धि

सरयू नदी के जलस्तर में प्रति घंटे एक सेंटीमीटर की वृद्धि हो रही है। 24 घंटे के भीतर नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। लाल निशान 92.730 मीटर से 45 सेंटीमीटर ऊपर होकर नदी प्रवाहित हो रही है।

कुदरहा के दो गांव में नागरिकों को कटान की चिंता

कुदरहा के दो गांव में नागरिकों को कटान की चिंता सता रही है। विक्रमजोत ब्लॉक के एक दर्जन गांवों में दहशत बढ़ गई है।

बैराजों से पानी छोड़े जाने की वजह से जलस्तर बढ़ा

पहाड़ों पर लगातार बारिश और विभिन्न बैराजों से बल्क में पानी छोड़े जाने की वजह से सरयू का जलस्तर दो दिनों से बढ़ने लगा है। रविवार को भी विभिन्न बैराजों से कुल 363675 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।

पशु चारे का संकट

बाढ प्रभावित गांव सुबिका बाबू व आंशिक टेढ़वा गांव के पशु पालकों के सामने चारे का संकट बढ़ गया है। ग्रामीण पशु चारे के लिए काफी परेशान हैं।

विक्रमजोत क्षेत्र में कटान से दहशत

विक्रमजोत क्षेत्र में नदी का जलस्तर बढ़ने से क्षेत्र के कई गांवों में कटान शुरू हो गई है। नदी माझा क्षेत्र व तटीय गांवों की कृषि योग्य भूमि को निगलते हुए नदी आबादी की ओर बढ़ रही है

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