यूपी: शादी में सात फेरों के बाद आठवां वचन भी जरूरी, विवाह पंजीकरण का ट्रेंड हुआ तेज ?

लखनऊ (2024): शादी के सात फेरे आज के समय में पर्याप्त नहीं माने जा रहे हैं। एक ओर जहां पारंपरिक विवाह में अग्नि के सामने सात वचन लिए जाते हैं, वहीं अब यूपी के युवा शादी को कानूनी रूप से मान्यता देने के लिए अदालत का रुख भी कर रहे हैं। यही कारण है कि पिछले आठ वर्षों में राज्य में शादी के पंजीकरण की संख्या में ढाई गुना वृद्धि देखी गई है। इस अवधि में शादी को निरस्त करने की संख्या में भी पांच गुना वृद्धि हुई है।

विवाह पंजीकरण में वृद्धि का कारण

यूपी में विवाह पंजीकरण का चलन लगातार बढ़ता जा रहा है। इस साल अब तक 83,000 से ज्यादा जोड़ों ने अपनी शादी का पंजीकरण कराया है। खास बात यह है कि अधिकांश पंजीकरण तब हो रहे हैं जब पति विदेश जाने की योजना बना रहे होते हैं। कई देशों में विदेश यात्रा करने से पहले शादी का पंजीकरण प्रमाणपत्र अनिवार्य है, जो इस बढ़ती जागरूकता का प्रमुख कारण बन रहा है।

विवाह पंजीकरण के आंकड़े

शादी का पंजीकरण कराने के चलन में हर साल वृद्धि हो रही है। पिछले कुछ वर्षों में इसने एक नया मुकाम हासिल किया है। 2023 में पहली बार विवाह पंजीकरण की संख्या एक लाख को पार कर गई। 2024 में 31 अक्टूबर तक 83,863 जोड़ों ने शादी का पंजीकरण कराया, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।

शादी के बाद पंजीकरण की सामान्य प्रवृत्तियां

यह भी देखा जा रहा है कि शादी के एक साल के भीतर 70 फीसदी जोड़े अपनी शादी का पंजीकरण करवा रहे हैं। 20 फीसदी जोड़े शादी के दस साल के भीतर पंजीकरण कराते हैं, जबकि 10 फीसदी जोड़े दस साल के बाद पंजीकरण के लिए आते हैं। दिलचस्प यह है कि इनमें से लगभग आधे जोड़े विदेश यात्रा के लिए पंजीकरण कराते हैं। 20 साल बाद पंजीकरण कराने वाले जोड़ों की संख्या भी तीन फीसदी है।

पंजीकरण की बढ़ती जागरूकता

इस बदलाव का मुख्य कारण है युवाओं में अपनी शादी की कानूनी मान्यता को लेकर बढ़ती जागरूकता। पिछले दस वर्षों में विदेश जाने वाले भारतीयों की संख्या में तीन गुना से अधिक वृद्धि हुई है, जिससे पंजीकरण की आवश्यकता और अधिक महसूस हो रही है। कई देशों में वैध विवाह प्रमाणपत्र की आवश्यकता होती है, जिससे इस प्रक्रिया का महत्व और बढ़ गया है।

पंजीकरण की संख्या में वृद्धि के आंकड़े:

वर्षसंख्या
201645,955
201770,420
201891,669
201976,748
202055,160
202175,630
202295,087
20231,01,651
2024 (31 अक्टूबर तक)83,863

निष्कर्ष आज के समय में विवाह पंजीकरण न केवल कानूनी मान्यता प्राप्त करने का एक माध्यम बन गया है, बल्कि यह शादी को और अधिक स्थिर और सुरक्षित बनाने का एक तरीका भी बन गया है। विदेश यात्रा करने वाले युवाओं के लिए यह अनिवार्य हो गया है, और इस बदलाव ने विवाह पंजीकरण की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि की है।

Bindesh Yadav
Bindesh Yadavhttps://newsxpresslive.com
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