एक दो मंजिला मकान के कारण अधूरा पड़ा शेष निर्माण
लखनऊ
ओवरब्रिज आमतौर पर यातायात की सुगमता व ट्रैफिक की राह आसान करने के लिए बनाए जाते हैं लेकिन इन दिनों देश के दो ओवरब्रिज अलग ही वजहों से खासे चर्चा में हैं। जहां लखनऊ में एक ओवरब्रिज उसके निर्माण के रास्ते में पड़ने वाले मकान के चलते अधूरा पड़ा है, तो दूसरी ओर भोपाल में बने एक एल-शेप 90डिग्री टर्न ब्रिज की अजीब डिजाइन कौतूहल का विषय बनकर प्रशासन की किरकिरी करवा रहा है। दोनों ही मामलों में अफसरों की लापरवाही और योजना निर्माण में खामी खुलकर सामने आ रही है।
👉लखनऊ में दो मंजिला मकान बना बाधा
यूपी की राजधानी लखनऊ के पारा इलाके में बन रहा केशरीखेड़ा ओवरब्रिज एक मकान के चलते पिछले तीन महीने से अधर में लटका है। यह ब्रिज कृष्णानगर क्रॉसिंग के पास बन रहा है, जो कानपुर रोड और हरदोई रोड को जोड़ेगा। यह ओवरब्रिज शुरू होने पर अवध चौराहे सहित आसपास के इलाकों नादरगंज, अमौसी, तालकटोरा की करीब 5 लाख आबादी को राहत देगा, लेकिन एक दो मंजिला मकान का कोना ओवरब्रिज की निर्धारित दिशा में आ गया है, जिससे काम रुक गया है। सेतु निगम की टीम यहां तक ब्रिज का निर्माण कर चुकी है, लेकिन आगे रास्ता मकान के कारण बंद है। दिलचस्प बात यह है कि मकान का कुछ हिस्सा रेलवे की जमीन पर है, लेकिन मकान मालिक दावा कर रहे हैं कि जमीन उनकी है। मुआवजे को लेकर बातचीत जारी है और जिला प्रशासन अभी तक उन्हें राजी नहीं कर सका है।
👉भोपाल में 90 डिग्री का टर्न बना मजाक
वहीं, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक तैयार ओवरब्रिज अपनी एल-शेप डिजाइन के चलते सोशल मीडिया पर चर्चाओं में बना हुआ है। करीब 18 करोड़ रुपये की लागत से बना यह ब्रिज 648 मीटर लंबा और 8.5 मीटर चौड़ा है, लेकिन इसमें एक ऐसा 90 डिग्री का तीखा मोड़ बना दिया गया था, जो वाहन चालकों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता था। इस डिजाइन की आलोचना होने के बाद प्रशासन हरकत में आया और अब ब्रिज के पुन: डिजाइन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। रेलवे ने पुल के विस्तार की मंजूरी दे दी है और अब इस मोड़ को गोलाकार टर्न में बदला जाएगा, ताकि यातायात सुगम और सुरक्षित रहे।
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