बस्ती। महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज में सामानों की खरीद में गड़बड़ी के आरोपों की जांच शुरू हो गई है। बुधवार को विकास भवन में एक उच्चस्तरीय जांच टीम ने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य, खरीद अधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारियों को तलब किया। इस जांच का उद्देश्य मेडिकल कॉलेज में हो रही अनियमितताओं की सच्चाई का पता लगाना है।
जांच का विवरण
जिला मजिस्ट्रेट अंद्रा वामसी ने मेडिकल कॉलेज में खरीद से संबंधित गड़बड़ी को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए थे। उन्होंने सीडीओ जयदेव सीएस की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया, जिसमें सीआरओ संजीव ओझा और सीटीओ अशोक प्रजापति शामिल हैं।
प्रारंभिक प्रक्रिया
बुधवार को, जांच टीम ने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य मनोज कुमार, खरीद अधिकारी अनिल यादव सहित अन्य अधिकारियों को तलब किया। सभी संबंधित अधिकारियों ने जांच टीम के समक्ष प्रस्तुत होकर मामले में सहयोग दिया।
अभिलेख प्रस्तुत करने का निर्देश
सीडीओ जयदेव सीएस ने बताया कि मामले की जांच प्रक्रिया विधिवत शुरू हो चुकी है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य और अन्य संबंधित अधिकारियों को खरीद से संबंधित सभी अभिलेख प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जांच में दोषी पाए जाने पर किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
निष्कर्ष
महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज में सामानों की खरीद में अनियमितताओं की जांच एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल सत्य का पता चलेगा बल्कि भविष्य में इस तरह की गड़बड़ियों को रोकने में भी मदद मिलेगी। प्रशासन की सख्ती और जांच की पारदर्शिता यह सुनिश्चित करेगी कि दोषियों को उचित सजा मिले और सार्वजनिक धन का सही उपयोग हो सके।