बस्ती: जिले के साल्टऊवा ब्लॉक संसाधन केंद्र पर खंड शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार के विवादित फैसले से हड़कंप मच गया है। उन्होंने नौ साल पुराने सरकारी भवन पर बुलडोजर चलवाकर उसे ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई पर स्थानीय ग्रामीणों ने कड़ा ऐतराज जताया है और इसे बिना अनुमति एवं कानूनी प्रक्रिया के खिलाफ बताया है।
ग्रामीणों का आरोप: बिना अनुमति गिराया गया सरकारी भवन
ग्रामीणों ने बताया कि यह भवन 15 साल तक की मरम्मत की गारंटी के तहत था, बावजूद इसके इसे बिना किसी आधिकारिक मंजूरी के गिरा दिया गया। स्थानीय लोगों ने इस मामले की शिकायत जिलाधिकारी (DM) से की है और खंड शिक्षा अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई है।
गठजोड़ का शक: बिना नीलामी और बोली के ध्वस्तीकरण
ग्रामीणों ने खंड शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार और ठेकेदार के बीच मिलीभगत का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि बिना किसी नीलामी या सरकारी बोली के ही भवन को गिरा दिया गया, जिससे सरकारी संपत्ति के दुरुपयोग की आशंका जताई जा रही है।
प्रशासन का क्या है रुख?
इस पूरे मामले पर प्रशासन की प्रतिक्रिया का इंतजार है। यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो खंड शिक्षा अधिकारी पर सख्त कार्रवाई संभव है। वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि अगर इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो वे आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।
🔴 अब सवाल यह है कि सरकारी भवन को गिराने की इतनी जल्दबाजी क्यों थी? क्या यह वाकई भ्रष्टाचार का मामला है या फिर प्रशासनिक चूक? प्रशासन की जांच रिपोर्ट से ही इन सवालों का जवाब मिलेगा।
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