बस्ती मण्डल के अंतर्गत संतकबीर नगर जनपद के महुली थाना क्षेत्र के करीं गाँव में होली के दिन एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। इस घटना में सैकड़ों की संख्या में आततायियों ने वंचित तबके के मजदूरों के पच्चीस से अधिक घरों को जला दिया और कई लोगों के साथ मारपीट की। इस घटना को सुनकर भाकपा (माले) पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने गाँव का दौरा किया और वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त की।
पार्टी द्वारा 21 मार्च 2025 को मंडलायुक्त कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। इस प्रदर्शन का उद्देश्य पीड़ितों के पुनर्वास, मुआवजे की मांग और दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई सुनिश्चित कराना है।
घटना की भयावहता
भाकपा (माले) के जिला प्रभारी कामरेड रामलौट ने बताया कि करीं गाँव में होली के दिन गरीब मजदूरों के घरों को जलाने की घटना योजनाबद्ध तरीके से की गई थी। उन्होंने कहा कि हमलावरों ने पहले तो डीजे बजाने का बहाना बनाया, लेकिन उनका असली मकसद इन मजदूरों को उनकी आवासीय भूमि से बेदखल करना था।
रामलौट ने यह भी बताया कि यह केवल करीं गाँव तक सीमित मामला नहीं है, बल्कि इससे पहले भी परसा जागीर थाना-वाल्टरगंज जैसी घटनाएँ हो चुकी हैं, जहाँ अम्बेडकर प्रतिमाओं पर कालिख पोतने और मजदूर-दलितों को मारने-पीटने जैसी घटनाएँ तेजी से बढ़ रही हैं। उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग की कि ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।
धरना प्रदर्शन में शामिल होने की अपील
रामलौट ने जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि 21 मार्च 2025 को सुबह 10 बजे मंडलायुक्त कार्यालय के समक्ष बड़ी संख्या में एकत्र होकर प्रदर्शन को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि जब तक पीड़ितों को न्याय नहीं मिलेगा और दोषियों पर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
इस घटना ने पूरे क्षेत्र में रोष और भय का माहौल पैदा कर दिया है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन और सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए क्या प्रयास किए जाते हैं।
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